छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रुपये का चिकित्सा आपूर्ति घोटाला: ईडी की छापेमारी

छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रुपये का चिकित्सा आपूर्ति घोटाला सामने आया है, जिसमें कई बड़े नाम शामिल हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले की जांच के तहत छापेमारी की है। आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्रों की आवश्यकता की जांच किए बिना रासायनिक रसायनों और उपकरणों की खरीद की गई। जानें इस घोटाले की पूरी कहानी और ईडी की कार्रवाई के बारे में।
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छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रुपये का चिकित्सा आपूर्ति घोटाला: ईडी की छापेमारी

छत्तीसगढ़ में चिकित्सा आपूर्ति घोटाले का खुलासा

छत्तीसगढ़ में एक बड़ा चिकित्सा आपूर्ति घोटाला सामने आया है, जिसमें 500 करोड़ रुपये की राशि के गबन का आरोप है। इस मामले में कई प्रमुख व्यक्तियों के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। जब जांच एजेंसियों को इस घोटाले की जानकारी मिली, तो उन्होंने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की।


प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को 500 करोड़ रुपये से अधिक के इस घोटाले की धन शोधन जांच के तहत छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थानों पर छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रायपुर, दुर्ग और आसपास के क्षेत्रों में कुछ सरकारी अधिकारियों, चिकित्सा सामग्री के आपूर्तिकर्ताओं और बिचौलियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई।


धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत ईडी की जांच अप्रैल में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो/आर्थिक अपराध शाखा (एसीबी/ईओडब्ल्यू) द्वारा छह व्यक्तियों के खिलाफ दायर आरोप पत्र से संबंधित है। इसमें 2023 में चिकित्सा उपकरणों और रासायनिक रसायनों की खरीद में अनियमितताओं के कारण राज्य के खजाने को 550 करोड़ रुपये का नुकसान होने का आरोप लगाया गया है।


एसीबी/ईओडब्ल्यू ने 22 जनवरी को रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (सीजीएमएससीएल) और स्वास्थ्य सेवा निदेशालय के अधिकारियों के साथ-साथ चार कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इन कंपनियों में मोक्षित कॉर्पोरेशन (दुर्ग), सीबी कॉर्पोरेशन (दुर्ग), रिकॉर्ड्स एंड मेडिकेयर सिस्टम एचएसआईआईडीसी (पंचकुला, हरियाणा) और श्री शारदा इंडस्ट्रीज (रायपुर) शामिल हैं।


इस घोटाले में आरोप है कि स्वास्थ्य केंद्रों की आवश्यकता और उपलब्धता की जांच किए बिना रासायनिक रसायनों और उपकरणों की खरीद की गई। एसीबी/ईओडब्ल्यू ने बताया कि सीजीएमएससीएल ने मोक्षित कॉर्पोरेशन और उसकी मुखौटा कंपनी के साथ मिलकर जनवरी 2022 से 31 अक्टूबर 2023 के बीच अरबों रुपये की खरीदारी की है।