छत्तीसगढ़ के तेवड़ा गांव में अंतिम संस्कार को लेकर तनाव और झड़पें
तेवड़ा गांव में तनावपूर्ण स्थिति
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के तेवड़ा गांव में ग्राम सरपंच के पिता चामरा राम के अंतिम संस्कार के कारण तनाव उत्पन्न हो गया। आदिवासी और ईसाई समुदायों के बीच संपत्तियों में तोड़फोड़ और झड़पें हुईं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गांव में कर्फ्यू लागू कर दिया है।
आदिवासी और ईसाई समुदाय के लोग सड़कों पर उतर आए, जिससे अशांति फैल गई। दोनों पक्षों ने एक चर्च को आग के हवाले कर दिया और एक-दूसरे पर पत्थर फेंके। यह घटना तब हुई जब चरण राम सलाम के दफन की सूचना मिली। आदिवासी समुदाय का मानना था कि अंतिम संस्कार उनके रीति-रिवाजों के अनुसार नहीं हुआ, क्योंकि शोक संतप्त परिवार ने पहले धर्म परिवर्तन किया था।
विरोध प्रदर्शन और झड़पें
16 दिसंबर को चामरा राम की मृत्यु के बाद, परिवार ने अपनी निजी भूमि पर अंतिम संस्कार किया और शव को दफना दिया। आदिवासी समुदाय ने शव को कब्र से निकालने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू किया।
इस पर कार्यकारी मजिस्ट्रेट ने कानूनी प्रावधानों के अनुसार शव को कब्र से निकालने का आदेश दिया, जिससे झड़पें हुईं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
पुलिसकर्मियों की चोटें
इस संघर्ष में अंतागढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष बंचोर सहित 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सा केंद्रों में भेजा गया है।
घटना के दौरान संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा है। अधिकारियों ने कहा है कि पूरी घटना की कानूनी प्रक्रियाएं सुनिश्चित की जाएंगी।
