चौमूं बस स्टैंड का बुकिंग केंद्र बंद: यात्रियों को हो रही परेशानी

चौमूं बस स्टैंड का बुकिंग केंद्र, जो यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा था, अब बंद हो गया है। 2015 में स्थापित इस केंद्र में कर्मचारियों की कमी के कारण यात्रियों को टिकट और बसों की जानकारी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। अब यात्रियों को अन्य स्थानों पर जाकर स्मार्ट कार्ड बनवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन की उदासीनता के चलते यह समस्या बढ़ती जा रही है।
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चौमूं बस स्टैंड का बुकिंग केंद्र बंद: यात्रियों को हो रही परेशानी

चौमूं बस स्टैंड की स्थिति

चौमूं बस स्टैंड का बुकिंग केंद्र, जो कभी यात्रियों के लिए सहूलियत का केंद्र था, अब अपनी पहचान और उद्देश्य दोनों को खोता जा रहा है। यह केंद्र 2015 में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा खोला गया था, जिसका उद्देश्य चौमूं, शाहपुरा और आमेर के यात्रियों को टिकट, स्मार्ट कार्ड और बसों की जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध कराना था। लेकिन अब यह केंद्र बंद पड़ा है।


कर्मचारियों की कमी

शुरुआत में यहां सात कर्मचारी तैनात थे, जो यात्रियों को समय पर टिकट और जानकारी प्रदान करते थे। लेकिन धीरे-धीरे कर्मचारियों की संख्या घटती गई और अब यहां एक भी कर्मचारी नहीं बचा है। हाल ही में यहां की एकमात्र महिला कर्मचारी को भी जयपुर के सिंधी कैंप स्थानांतरित कर दिया गया है। इस कारण बुकिंग केंद्र पर ताला लटक गया है, जिससे यात्री टिकट और जानकारी के लिए परेशान हो रहे हैं।


यात्रियों की समस्याएं

यात्री बताते हैं कि पहले यहां तैनात महिला कर्मचारी सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक सेवा देती थीं, जिससे उन्हें कोई परेशानी नहीं होती थी। अब ताला देखकर यात्री निराश लौट जाते हैं। टिकट व्यवस्था ठप है और बसों के आवागमन की जानकारी भी नहीं मिल पा रही है।


दूरी तय करना पड़ता है

शहर के निवासी रवि कुमार ने बताया कि लंबी रूट की अधिकतर बसें अब सीधे बायपास से निकल जाती हैं और स्टैंड तक नहीं पहुंचतीं। उन्हें करीब दो किलोमीटर दूर जाकर बस पकड़नी पड़ती है।


कर्मचारी नियुक्ति की योजना

कर्मचारियों की कमी के कारण चौमूं बुकिंग केंद्र से स्टाफ हटाया गया है। जल्द ही नए कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी ताकि यात्रियों को राहत मिल सके।


-राकेश कुमार, रोडवेज प्रबंधक, सिंधी कैंप जयपुर


मामला गंभीर

यह मामला गंभीर है और पहले भी अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है। कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए पथ परिवहन निगम से बात की जाएगी और आवश्यकता पड़ने पर इसे विधानसभा में भी उठाया जाएगा।


-डॉ. शिखा मील बराला, क्षेत्रीय विधायक चौमूं