चेन्नई में आरएसएस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी पर भाजपा नेता की प्रतिक्रिया
चेन्नई में पुलिस ने 39 आरएसएस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया, जिसके बाद भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने डीएमके सरकार पर आरोप लगाया कि पुलिस ने आरएसएस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की है जबकि माफिया सड़कों पर सक्रिय हैं। यह घटना आरएसएस के 100वें वर्ष के शताब्दी समारोह के दौरान हुई, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने स्मारक सिक्का जारी किया। इस गिरफ्तारी के पीछे की वजह और राजनीतिक प्रतिक्रियाओं के बारे में जानें।
Oct 2, 2025, 17:05 IST
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चेन्नई में आरएसएस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी
गुरुवार को चेन्नई पुलिस ने अय्यप्पनथंगल सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के पास 39 आरएसएस कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इन कार्यकर्ताओं को बिना अनुमति के 'गुरु पूजा' और विशेष शाखा प्रशिक्षण सत्र आयोजित करने के आरोप में पकड़ा गया।
भाजपा नेता की कड़ी प्रतिक्रिया
इस घटना पर भाजपा नेता तमिलिसाई सुंदरराजन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने पुलिस से आग्रह किया कि कार्यकर्ताओं को तुरंत रिहा किया जाए।
सुंदरराजन ने डीएमके सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने आरएसएस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की है, जबकि माफिया खुलेआम सड़कों पर घूम रहे हैं और राज्य में हत्याएं हो रही हैं। उन्होंने डीएमके सरकार पर असामाजिक और अलगाववादी तत्वों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि पुलिस को इन तत्वों पर सख्ती से नियंत्रण रखना चाहिए, लेकिन जब आरएसएस का मार्च होता है, तो पुलिस तुरंत कार्रवाई करती है और गिरफ्तारियां करती है।
आरएसएस के शताब्दी समारोह का संदर्भ
यह गिरफ्तारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100वें वर्ष के शताब्दी समारोह के दौरान हुई है।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 अक्टूबर को 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया। उन्होंने इसे 'अत्यंत गौरव और ऐतिहासिक महत्व का क्षण' बताया। इस सिक्के पर आरएसएस के स्वयंसेवकों को संघ की गणवेश में 'भारत माता' के सामने नतमस्तक होते हुए दर्शाया गया है।