चेंबूर के काली मंदिर में देवी की मूर्ति को मदर मैरी के रूप में सजाने पर पुजारी गिरफ्तार

मुंबई के चेंबूर में एक काली मंदिर में देवी की मूर्ति को मदर मैरी के रूप में सजाने के विवाद ने धार्मिक भावनाओं को भड़काया है। पुजारी को गिरफ्तार कर लिया गया है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। श्रद्धालुओं ने इस बदलाव के बारे में स्थानीय पुलिस को सूचित किया, जिसके बाद कार्रवाई की गई। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और सोशल मीडिया पर आई प्रतिक्रियाएँ।
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चेंबूर के काली मंदिर में देवी की मूर्ति को मदर मैरी के रूप में सजाने पर पुजारी गिरफ्तार

चेंबूर में विवादास्पद घटना

मुंबई के चेंबूर क्षेत्र में एक काली मंदिर में पूजा कर रहे भक्तों को तब चौंकाने वाला अनुभव हुआ जब उन्हें पता चला कि देवी की मूर्ति को मदर मैरी के रूप में सजाया गया था। इस घटना के बाद पुलिस ने मंदिर के पुजारी को गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना शनिवार को अनिक गांव में स्थित हिंदू श्मशान घाट के भीतर बने काली मंदिर में हुई। एक तस्वीर में देवी की मूर्ति को सुनहरे वस्त्र और सफेद सजावट के साथ एक बड़ा मुकुट पहने हुए दिखाया गया है, जिसमें एक विशेष सुनहरा क्रॉस भी शामिल है।


सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो

एक अधिकारी ने बताया कि मंदिर में काली माता की मूर्ति को मदर मैरी के रूप में सजाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुजारी को गिरफ्तार किया गया। आरसीएफ पुलिस थाने के अधिकारियों ने बताया कि इस वीडियो में उपनगरीय चेंबूर के मंदिर में काली माता की मूर्ति को ईसाई धर्म की प्रतीक के रूप में दिखाया गया है।


श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया

रविवार को जब श्रद्धालु मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि मां काली की मूर्ति को ईसा मसीह की माता की तरह सजाया गया है, जिससे वे दंग रह गए। इसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया और देवी की पोशाक में बदलाव की जानकारी दी। जब श्रद्धालुओं ने पुजारी रमेश से इस बारे में पूछा, तो उसने दावा किया कि मां काली ने उसे सपने में आकर निर्देश दिया था कि वह उन्हें 'मां मैरी के रूप में सजाए।'


पुलिस की कार्रवाई

पुलिस ने बताया कि पुजारी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। इसके बाद पुजारी को गिरफ्तार कर स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां उसे दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। अधिकारी ने कहा कि पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या इस घटना के पीछे कोई संगठित उद्देश्य था या इसमें अन्य लोग भी शामिल थे।


सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ