चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के 'मतदाता चोरी' आरोपों का किया खंडन

भारत के चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 'मतदाता चोरी' के आरोपों का खंडन किया है। आयोग ने कहा कि वह ऐसे निराधार आरोपों को नजरअंदाज करता है और सभी चुनाव अधिकारियों को निष्पक्षता से काम करने की सलाह दी है। गांधी ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए वोट चोरी में शामिल है। इस विवाद में गांधी ने आयोग के सदस्यों को चेतावनी भी दी है। जानें पूरी कहानी में क्या है।
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चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के 'मतदाता चोरी' आरोपों का किया खंडन

चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया

भारत के चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा उठाए गए 'मतदाता चोरी' के आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया दी। आयोग ने कहा कि वह ऐसे निराधार आरोपों को नजरअंदाज करता है। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के संदर्भ में बढ़ते तनाव के बीच, गांधी ने यह दावा किया कि एक स्वतंत्र जांच से पता चला है कि चुनाव आयोग सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लाभ पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर "वोट चोरी" में संलग्न है।


चुनाव आयोग का कड़ा जवाब

कांग्रेस नेता की टिप्पणियों पर चुनाव आयोग ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। आयोग ने कहा कि वह रोजाना ऐसे निराधार आरोपों को नजरअंदाज करता है और सभी चुनाव अधिकारियों को निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करने की सलाह देता है, भले ही उन्हें धमकियां दी जा रही हों।


राहुल गांधी के आरोप

राहुल गांधी ने संसद भवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उनके पास चुनाव आयोग के वोट चोरी में शामिल होने के स्पष्ट सबूत हैं। उन्होंने आयोग के सदस्यों को चेतावनी दी कि वे भारत के खिलाफ काम कर रहे हैं, जो देशद्रोह के समान है। हालांकि, उन्होंने किसी विशेष व्यक्ति का नाम नहीं लिया।