चीन ने ट्रंप के टैरिफ धमकियों को किया खारिज, BRICS का उद्देश्य नहीं है टकराव

चीन ने BRICS संगठन के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों को खारिज कर दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि व्यापार और टैरिफ के आधार पर संघर्ष में कोई विजेता नहीं होता। ट्रंप ने उन देशों पर कड़े टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है जो BRICS की 'विरोधी अमेरिकी' रणनीतियों का समर्थन कर रहे हैं। जानें इस मुद्दे पर चीन का क्या कहना है और BRICS शिखर सम्मेलन में क्या चर्चा हुई।
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चीन ने ट्रंप के टैरिफ धमकियों को किया खारिज, BRICS का उद्देश्य नहीं है टकराव

चीन का स्पष्ट बयान

सोमवार को चीन ने स्पष्ट किया कि BRICS संगठन का उद्देश्य किसी भी प्रकार की टकराव की स्थिति उत्पन्न करना नहीं है। यह प्रतिक्रिया पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने 'विरोधी अमेरिकी' रुख अपनाने वाले देशों पर 10% अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी दी थी।


चीन का व्यापार और टैरिफ पर दृष्टिकोण

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने समाचार एजेंसी AFP को बताया कि चीन ने कई बार यह स्पष्ट किया है कि व्यापार और टैरिफ के आधार पर संघर्ष में कोई विजेता नहीं होता है, और संरक्षणवादी नीतियों से किसी को भी लाभ नहीं होता।


ट्रंप की चेतावनी और BRICS शिखर सम्मेलन

बीजिंग का यह बयान उस समय आया है जब ट्रंप ने उन देशों पर कड़े टैरिफ लगाने की चेतावनी दी है, जो उनके अनुसार BRICS की 'विरोधी अमेरिकी' रणनीतियों का समर्थन कर रहे हैं। ट्रंप के ये बयान ब्राजील में आयोजित BRICS 2025 शिखर सम्मेलन के बाद आए हैं, जहां सदस्य देशों ने अमेरिका और इजराइल द्वारा ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर किए गए हमलों को 'गैरकानूनी' करार दिया।


राजनीतिक दबाव के लिए टैरिफ का उपयोग अनुचित

चीन ने यह भी दोहराया कि राजनीतिक दबाव के लिए टैरिफ का उपयोग करना अनुचित है। माओ निंग ने एक नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा, 'टैरिफ किसी के हित में नहीं हैं।'