चीन का पाकिस्तान को समर्थन: राफेल विमानों के खिलाफ दुष्प्रचार का खुलासा

भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद, चीन ने पाकिस्तान को समर्थन दिया और भारतीय राफेल विमानों के खिलाफ दुष्प्रचार किया। एक हालिया रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि चीन ने अपने जे-10 और जे-35 विमानों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए फर्जी प्रचार का सहारा लिया। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने चीनी हथियारों का उपयोग करके भारतीय विमानों को गिराने का दावा किया। जानें इस विवाद के पीछे की सच्चाई और चीन-पाकिस्तान के सैन्य गठबंधन के बारे में और क्या जानकारी सामने आई है।
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चीन का पाकिस्तान को समर्थन: राफेल विमानों के खिलाफ दुष्प्रचार का खुलासा

भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन की गतिविधियाँ

नई दिल्ली। पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया, जिसके दौरान चीन ने पाकिस्तान को न केवल सहायता प्रदान की, बल्कि भारतीय वायु सेना के राफेल विमानों के खिलाफ व्यापक दुष्प्रचार भी किया। चीन ने इंटरनेट पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा निर्मित विमानों के मलबे को भारतीय वायु सेना के राफेल के ध्वस्त हिस्सों के रूप में प्रस्तुत किया।


चीन की रणनीति यह थी कि फ्रांसीसी निर्मित राफेल की तुलना में उसके जे-10 लड़ाकू विमान अधिक प्रभावी हैं। इस आधार पर, चीन ने इंडोनेशिया द्वारा राफेल खरीदने के प्रस्ताव को स्थगित करने में सफलता प्राप्त की। यह चौंकाने वाला तथ्य अमेरिकी कांग्रेस द्वारा गठित अमेरिका-चीन आर्थिक और सुरक्षा समीक्षा आयोग की हालिया रिपोर्ट में सामने आया है।


रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना के तीन विमानों को गिराया गया था, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है।


चीन ने जे-35 का प्रचार किया
रिपोर्ट में कहा गया है कि संघर्ष के बाद के हफ्तों में चीनी दूतावासों ने भारत-पाकिस्तान टकराव में अपनी प्रणालियों की सफलता का जोर-शोर से प्रचार किया, ताकि उनकी हथियारों की बिक्री को बढ़ावा मिले। पाकिस्तान द्वारा चीनी हथियारों का उपयोग करके भारत के राफेल विमानों को गिराने को चीनी दूतावासों के रक्षा बिक्री प्रयासों के लिए एक महत्वपूर्ण बिंदु बनाया गया।


जे-35 की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए राफेल के खिलाफ दुष्प्रचार
फ्रांसीसी खुफिया एजेंसी के अनुसार, चीन ने अपने जे-35 विमानों की बिक्री को बढ़ाने के लिए राफेल की बिक्री को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। इसके लिए एक सुनियोजित दुष्प्रचार अभियान चलाया गया, जिसमें फर्जी सोशल मीडिया का उपयोग किया गया।


ट्रंप का दावा, भारत ने नहीं किया पुष्टि
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी भारतीय विमानों के गिरने का दावा किया था, लेकिन भारत सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया। 31 मई, 2025 को सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले दिन भारत को कुछ हानि हुई थी।


इसके बाद, राफेल बनाने वाली कंपनी दासो के सीईओ एरिक ट्रैपियर ने कहा कि भारतीय वायु सेना को एक राफेल की हानि हुई, लेकिन यह पाकिस्तान द्वारा नहीं मारा गया था।


पाकिस्तान ने चीनी हथियारों की ताकत को प्रदर्शित किया
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत के साथ चार दिनों के संघर्ष में पाकिस्तान की सैन्य सफलता ने चीनी हथियारों की ताकत को प्रदर्शित किया। चीन ने इस टकराव का उपयोग अपने हथियारों की उन्नत तकनीक का परीक्षण करने और प्रचार करने के लिए किया।


पाकिस्तान ने चीन से खरीदे हथियार
चीन, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा रक्षा आपूर्तिकर्ता है, ने 2019 से 2023 के बीच पाकिस्तान के कुल हथियार आयात का लगभग 82 प्रतिशत हिस्सा उपलब्ध कराया। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य गठबंधन मजबूत हो रहा है।


रिपोर्ट में भारत और चीन के बीच हाल के संपर्कों का भी उल्लेख है। पिछले वर्ष पीएम मोदी और राष्ट्रपति चिनफिंग की बैठक, इस साल सितंबर में पीएम मोदी की चीन यात्रा, और दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच लगातार बैठकें इस बात का संकेत देती हैं कि यह देखना बाकी है कि ये समझौते दीर्घकालिक बदलाव की दिशा में हैं या नहीं।