चिराग पासवान ने विपक्ष की आलोचना की, रोजगार मिशन विधेयक पर हंगामे का आरोप
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने संसद में विकसित भारत गारंटी रोजगार एवं आजीविका मिशन विधेयक के पारित होने के दौरान विपक्ष के हंगामे की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसदों ने शिष्टाचार का उल्लंघन किया और इस विधेयक को पारित कराने में उनकी भूमिका शर्मनाक है। पासवान ने महात्मा गांधी के विचारों का हवाला देते हुए कहा कि यह योजना गांवों को सशक्त बनाने के लिए बनाई गई है। भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने भी कांग्रेस के व्यवहार पर सवाल उठाए। संसद में विधेयक पारित होने के दौरान विपक्ष ने विरोध किया, जिससे सदन में व्यवधान उत्पन्न हुआ।
| Dec 18, 2025, 19:08 IST
विपक्ष की भूमिका पर चिराग पासवान की कड़ी प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने गुरुवार को संसद में विकसित भारत गारंटी रोजगार एवं आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक के पारित होने के दौरान विपक्ष के हंगामे की तीखी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को पारित कराने में विपक्ष का व्यवहार बेहद शर्मनाक है। पासवान ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के सांसदों ने अध्यक्ष के सामने खड़े होकर शिष्टाचार का उल्लंघन किया। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह योजना देश के गांवों को सशक्त बनाने और ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के बीच की खाई को कम करने के लिए बनाई गई है। महात्मा गांधी के अनुसार, भारत की आत्मा गांवों में बसती है, और इसी उद्देश्य से यह योजना लागू की गई है।
चिराग ने आगे कहा कि विपक्ष का इस विधेयक को पारित कराने में योगदान बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी ने पुरानी परंपराओं का उल्लंघन किया है, जो कभी भी स्वीकार्य नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि विरोध करना आपका अधिकार है, लेकिन अगर आप मर्यादा का उल्लंघन करते हैं, तो यह परंपराओं के खिलाफ है। कांग्रेस सांसदों ने अध्यक्ष के सामने खड़े होकर शिष्टाचार का उल्लंघन किया।
भाजपा सांसद रवि शंकर प्रसाद ने भी विपक्ष की आलोचना की और कहा, “आज लोकसभा में कांग्रेस का व्यवहार कैसा था? रातभर 10 घंटे चर्चा चली। आपको अपनी बात रखने का अवसर मिला, लेकिन जब शिवराज सिंह चौहान ने जवाब दिया, तो आप विधेयक फाड़ रहे थे... क्या कांग्रेस अब अराजक पार्टी बन गई है?” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को गांधीजी का नाम लेना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने बताया कि देश के विकास में, चाहे वह स्वच्छ भारत हो या गरीबों के लिए आवास योजना, सभी योजनाओं में गांधीजी का योगदान है। आज मुझे विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस के इस आचरण से बहुत दुख हुआ है। क्या आपको लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर विश्वास नहीं है?”
संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में लोकसभा ने विकसित भारत - रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) विधेयक, 2025 पारित किया, जिसने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एमजीएनआरईजीएस) को रोजगार गारंटी योजना में परिवर्तित कर दिया। विपक्ष के विरोध के बीच विधेयक पारित किया गया, जिसके कारण सदन में बार-बार व्यवधान उत्पन्न हुआ और अंततः सदन को स्थगित करना पड़ा। इस विधेयक को पहले पेश करने वाले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे विचार और पारित करने के लिए प्रस्तुत किया।
