चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका पर जताई इच्छा
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी संभावित भागीदारी पर चर्चा की है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका प्राथमिक ध्यान बिहार और बिहारी लोगों की भलाई है। पासवान ने कहा कि वह जल्द ही राज्य की राजनीति में लौटना चाहते हैं और उनकी पार्टी इस बात का मूल्यांकन कर रही है कि चुनाव में भाग लेना फायदेमंद होगा या नहीं। पार्टी के नेता अरुण भारती ने भी चिराग पासवान के इस कदम का समर्थन किया है, जो सामाजिक न्याय की राजनीति को नई दिशा देने का वादा करता है।
Jun 2, 2025, 15:13 IST
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चिराग पासवान की बिहार में वापसी की संभावना
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव में भाग लेने की संभावनाओं पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका हमेशा से बिहार और बिहारी लोगों के प्रति समर्पण रहा है। पासवान ने कहा कि उन्होंने पार्टी को अपनी इच्छा से अवगत कराया है कि वह जल्द ही राज्य की राजनीति में लौटना चाहते हैं। उनका मानना है कि बिहार को एक विकसित राज्य के रूप में देखना आवश्यक है, और इसके लिए दिल्ली में रहना संभव नहीं है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए पासवान ने कहा कि उन्होंने पहले भी कहा है कि वह राष्ट्रीय राजनीति में लंबे समय तक नहीं रहना चाहते। उनका मुख्य उद्देश्य बिहार और बिहारी लोगों की भलाई है। उनका हमेशा से यह दृष्टिकोण रहा है कि 'बिहार पहले, बिहारी पहले' होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि तीसरी बार सांसद बनने के बाद उन्हें यह एहसास हुआ कि दिल्ली में रहकर वह अपने लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर सकते।
चिराग पासवान ने यह भी बताया कि उनकी पार्टी इस बात का मूल्यांकन कर रही है कि अगर वह विधानसभा चुनाव में भाग लेते हैं तो क्या इससे पार्टी को लाभ होगा। यदि उनका प्रदर्शन बेहतर होता है, तो वह चुनाव में भाग लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है और चुनाव के बाद नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर चिराग पासवान की संभावित भागीदारी पर चर्चा चल रही है।
पार्टी के नेता और सांसद अरुण भारती ने इस कदम का समर्थन किया है और इसे जमीनी स्तर पर लोगों की मांग बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि चिराग पासवान की राजनीति हमेशा बिहार केंद्रित रही है और उनका विजन 'बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट' है। यह तभी संभव है जब वह खुद बिहार में रहकर नेतृत्व करें।
अरुण भारती ने आगे कहा कि जब वह प्रदेश प्रभारी के रूप में गांवों में गए, तो हर जगह लोगों की एक ही मांग थी कि चिराग जी को बिहार में बड़ी भूमिका निभानी चाहिए। हाल ही में पार्टी की कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि चिराग पासवान आगामी विधानसभा चुनाव में खुद चुनाव लड़ें। कार्यकर्ताओं की भावना है कि इस बार वह किसी आरक्षित सीट से नहीं, बल्कि सामान्य सीट से चुनाव लड़ें, ताकि यह संदेश जाए कि वह अब केवल एक वर्ग के नहीं, बल्कि पूरे बिहार के नेता बनने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने यह भी लिखा कि चिराग पासवान अब केवल एक प्रतिनिधि नहीं, बल्कि पूरे बिहार की उम्मीद हैं। उनका यह कदम सामाजिक न्याय की राजनीति को एक नई दिशा देगा, जिसमें प्रतिनिधित्व के साथ-साथ सर्वमान्यता की भी लड़ाई लड़ी जाएगी।