चिराग पासवान की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी: बिहार चुनाव में नई हलचल
चिराग पासवान की मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ने बिहार विधानसभा चुनाव में नई हलचल पैदा कर दी है। लोक जनशक्ति पार्टी ने उन्हें सामान्य सीट से चुनाव लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है, जिससे यह संकेत मिलता है कि वह राज्य का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। केंद्रीय मंत्री ने बिहार की राजनीति में लौटने की इच्छा जताई है, जबकि भाजपा के भीतर उनकी भूमिका पर भी चर्चा हो रही है। क्या चिराग पासवान नीतीश कुमार के विकल्प बन सकते हैं? जानें इस राजनीतिक घटनाक्रम के पीछे की कहानी।
Jun 7, 2025, 11:01 IST
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चिराग पासवान की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएँ
लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने अपने नेता चिराग पासवान को बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव सामान्य सीट से लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। इस कदम ने अटकलें बढ़ा दी हैं कि क्या 42 वर्षीय केंद्रीय मंत्री मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल होने के लिए तैयार हैं। रविवार को पासवान के बहनोई और सांसद अरुण भारती ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट साझा किए, जिसमें उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता चाहते हैं कि पासवान आरक्षित सीट के बजाय सामान्य सीट से चुनाव लड़ें, ताकि यह संदेश दिया जा सके कि वह केवल दलित समुदाय के नेता नहीं हैं, बल्कि राज्य का नेतृत्व करने के लिए भी सक्षम हैं।
बिहार की राजनीति में चिराग का लौटना
दिलचस्प है कि यह चर्चा तब शुरू हुई जब केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पासवान ने दिल्ली में रहने के बजाय बिहार की राजनीति पर ध्यान केंद्रित करने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा, "मैंने पहले भी कहा है कि मैं खुद को लंबे समय तक राष्ट्रीय राजनीति में नहीं देखता। मेरा हमेशा से विजन रहा है 'बिहार पहले, बिहारी पहले' और मैं चाहता हूं कि बिहार समृद्ध हो।" उन्होंने यह भी कहा कि तीसरी बार सांसद बनने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि दिल्ली में यह संभव नहीं है।
क्या चिराग सीएम पद की दौड़ में हैं?
चिराग पासवान तीन बार सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं। वे 2014 और 2019 में जमुई (एससी) से और 2024 में हाजीपुर (एससी) से सांसद चुने गए। हालांकि, उन्होंने केंद्र में बने रहने में अनिच्छा दिखाई है और अब राज्य की राजनीति में वापसी के इच्छुक हैं। उनकी पार्टी इस बात पर जोर दे रही है कि उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए, जो इस बात का संकेत है कि वे मुख्यमंत्री पद पर नजर गड़ाए हुए हैं।
भाजपा पर दवाब?
भाजपा नेतृत्व का कहना है कि पासवान को चुनाव लड़ने की स्वतंत्रता है, लेकिन कुछ पार्टी सदस्यों का मानना है कि वह राज्य इकाई में भ्रम की स्थिति का फ़ायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं। पासवान ने कहा है कि वह बिहार की राजनीति में वापस आना चाहते हैं, क्योंकि राज्य के विकास में योगदान देना उनकी प्रेरणा है। उनकी पार्टी ने संकेत दिया है कि वे आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र के बजाय सामान्य सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
चिराग नीतीश की जगह लेंगे?
बिहार की राजनीति में यह चर्चा भी है कि क्या भाजपा एनडीए के चुनाव जीतने पर चिराग को नीतीश कुमार के विकल्प के रूप में पेश करने की कोशिश कर रही है। नीतीश कुमार की बिगड़ती स्वास्थ्य और लोकप्रियता को देखते हुए, क्या भाजपा चिराग को एक संभावित विकल्प मान रही है?
भाजपा का बिहार गणित
भाजपा के एक नेता ने स्वीकार किया कि पासवान में अपनी पार्टी के पारंपरिक आधार से परे स्वीकार्यता वाले नेता बनने की क्षमता है। बिहार में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य में चेहरों को तैयार करने में विफलता दिखाई है, जिससे चिराग को लाभ मिल रहा है।