चिराग पासवान की प्रतिक्रिया: मुस्लिम वोटों का बिखराव और महागठबंधन की चुनौती

बिहार में एआईएमआईएम के अध्यक्ष ने महागठबंधन में शामिल होने के लिए आरजेडी प्रमुख को पत्र लिखा है, जिस पर चिराग पासवान ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मुस्लिम वोटों के बिखराव की बात की और कहा कि अब मुसलमान एनडीए के साथ जुड़ रहे हैं। इस बीच, एआईएमआईएम ने महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई है, जिससे धर्मनिरपेक्ष वोटों की एकता सुनिश्चित हो सके। क्या यह महागठबंधन के लिए एक नया अवसर होगा? जानें पूरी कहानी में।
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चिराग पासवान की प्रतिक्रिया: मुस्लिम वोटों का बिखराव और महागठबंधन की चुनौती

चिराग पासवान का बयान

बिहार में एआईएमआईएम के अध्यक्ष ने महागठबंधन में शामिल होने के लिए आरजेडी प्रमुख लालू यादव को पत्र लिखा है, जिस पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आरजेडी और उसके नेता जिस मुस्लिम वोट बैंक पर भरोसा करते हैं, वह पहले से ही बिखर रहा है। पासवान ने यह भी कहा कि यदि पिछले विधानसभा चुनाव में वोटों का बंटवारा नहीं होता, तो ओवैसी की पार्टी के विधायक कैसे जीतते? जिस मुस्लिम-यादव (एमवाई) समीकरण के आधार पर आरजेडी आगे बढ़ रही थी, अब उसी समुदाय के लोग महसूस कर रहे हैं कि उन्हें केवल वोट बैंक के रूप में देखा जा रहा है। अब वे खुद को इस्तेमाल नहीं होने देना चाहते। 


मुस्लिम वोटों का बिखराव

चिराग पासवान ने स्पष्ट किया कि अब मुसलमान एनडीए के साथ जुड़ने लगे हैं। उन्होंने कहा कि मुस्लिम वोटों के बिखराव को रोकने के लिए सभी एकजुट हो रहे हैं। बीजेपी सांसद मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी, आरजेडी और कांग्रेस सभी धर्म की राजनीति करते हैं, इसलिए इनका एक साथ आना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। हालांकि, यह अभी थोड़ा मुश्किल प्रतीत होता है। कांग्रेस और आरजेडी पहले ओवैसी को पीएम मोदी की बी टीम कहते थे। लेकिन बिहार में बीजेपी का वोट आधार मजबूत रहेगा, चाहे सीएम ममता बनर्जी बिहार आएं, कुछ नहीं बदलेगा। 2025 के बिहार चुनाव में एनडीए सरकार बनाने की योजना बना रही है। 


एआईएमआईएम का महागठबंधन में शामिल होने का प्रयास

बिहार में एआईएमआईएम इस साल के अंत में होने वाले चुनावों में एकजुट मोर्चा बनाने और अल्पसंख्यक वोटों को संगठित करने के लिए महागठबंधन में शामिल होना चाहती है। सूत्रों के अनुसार, एआईएमआईएम के प्रमुख और विधायक अख्तरुल ईमान ने लालू यादव को पत्र लिखा है, जिसमें हैदराबाद स्थित पार्टी को महागठबंधन में शामिल करने का अनुरोध किया गया है।


चुनाव में धर्मनिरपेक्ष वोटों की एकता

पत्र में इमाम ने कहा कि एक साथ चुनाव लड़ने से यह सुनिश्चित होगा कि धर्मनिरपेक्ष वोट बिखरेंगे नहीं और अगली सरकार बनाने के लिए महागठबंधन के पास बेहतर अवसर होंगे। हालांकि, इमाम ने यह भी कहा कि एआईएमआईएम को महागठबंधन में शामिल करने में देरी करना राजद के लिए एक खोया हुआ अवसर होगा। इमाम ने कहा कि हमने आरजेडी, कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य दलों से जुड़ने के लिए बातचीत की है। एक प्रस्ताव भेजा गया है और हमने उनसे जल्द निर्णय लेने का अनुरोध किया है।