चिकित्सकीय लापरवाही से मरीज की जान पर बनी संकट, खर्च हुए लाखों

मुजफ्फरनगर में चिकित्सकीय लापरवाही का मामला
मुजफ्फरनगर में एक मरीज की जान चिकित्सक की लापरवाही के कारण संकट में पड़ गई। दूरबीन विधि से पथरी का ऑपरेशन करने के बाद मरीज को गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा। पीड़ित ने चिकित्सक को पैसे तो दिए, लेकिन इसके बावजूद उसे अपनी जान बचाने के लिए 1.5 लाख रुपये खर्च करने पड़े।
जानकारी के अनुसार, 52 वर्षीय धर्मेन्द्र पुंडीर बुखार और दर्द से परेशान थे। उन्हें सरकुलर रोड पर ज्योति हॉस्पिटल में डॉ. सिद्धार्थ गुप्ता के पास जाने की सलाह दी गई। डॉक्टर ने पथरी की संभावना को देखते हुए गोल्डन डाईग्नोजिस्किस पर सीटी स्कैन कराने का सुझाव दिया।
सीटी स्कैन की रिपोर्ट में 23 एमएम की पथरी की पुष्टि हुई, जिसके बाद डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए 31 हजार रुपये मांगे। पैसे देने के बाद ऑपरेशन किया गया, लेकिन मरीज की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि वह और बिगड़ गई।
जब परिजन धर्मेन्द्र को मेरठ ले गए, तो वहां के धनवन्तरी अस्पताल में डॉ. अनिल ऐलास ने जांच के बाद बताया कि पथरी यूरिन के रास्ते में फंसी हुई है, जिससे किडनी को खतरा है। उन्होंने कहा कि मामला गंभीर हो चुका है।
परिजन घबरा गए और धर्मेन्द्र को न्यूटीमा अस्पताल मेरठ ले गए, जहां डॉ. शालिनी शर्मा ने उनका ऑपरेशन किया, जिसमें डेढ़ लाख रुपये खर्च हुए। इस तरह, मरीज की जान बचाने के लिए परिजनों ने सभी पैसे जमा कर दिए। इस घटना ने न केवल मरीज को शारीरिक कष्ट दिया, बल्कि आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा।