चमोली में बादल फटने से लापता लोगों की खोज जारी, मुख्यमंत्री ने स्थिति पर नजर रखी

चमोली में बादल फटने की घटना
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को चमोली जिले में बादल फटने की स्थिति पर अपनी व्यक्तिगत निगरानी रखने की जानकारी दी। इस घटना में कम से कम 10 लोग लापता हैं और कई घरों को गंभीर नुकसान हुआ है। बुधवार रात को चमोली के नंदानगर घाट क्षेत्र में बादल फटने से अचानक बाढ़ आई, जिससे मलबा बह गया और कई आवासीय इमारतें दब गईं।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और जिला प्रशासन की टीमों को तुरंत प्रभावित क्षेत्र में खोज और बचाव कार्य शुरू करने के लिए तैनात किया गया।
मुख्यमंत्री का बयान
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में, सीएम धामी ने कहा, "दुखद समाचार मिला है कि चमोली जिले के नंदान नगर घाट क्षेत्र में भारी बारिश के कारण आस-पास के घरों को नुकसान पहुँचा है। स्थानीय प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर पहुँच गई हैं और राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई हैं। मैं प्रशासन के संपर्क में हूँ और व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रख रहा हूँ।"
लापता लोगों की जानकारी
अधिकारियों के अनुसार, कुंतारी लगा फली गाँव के आठ और धुर्मा गाँव के दो लोग लापता हैं। विनोद कुमार ने बताया कि चमोली जिले के नंदा नगर घाट क्षेत्र में बादल फटने की घटना हुई है। कई घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और तलाशी अभियान जारी है।
जिन क्षेत्रों में आपदा की स्थिति बनी हुई है, वहाँ राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं।
घटनास्थल की स्थिति
अधिकारियों ने बताया कि बुधवार रात चमोली जिले के नंदा नगर घाट इलाके में बादल फटने से कम से कम दस लोग लापता हो गए हैं, जिससे भारी तबाही हुई है और कई घरों को नुकसान पहुँचा है। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मोक्ष नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। जिला प्रशासन के अनुसार, यह घटना नंदा नगर क्षेत्र के कुंतारी लगा फली वार्ड में हुई, जहाँ बादल फटने और भारी बारिश के बाद छह आवासीय इमारतें मलबे में दब गईं।