चंदन की खेती: दीर्घकालिक निवेश से करोड़ों की कमाई
चंदन की खेती एक दीर्घकालिक निवेश का अवसर है, जिसमें धैर्य और मेहनत की आवश्यकता होती है। इस लेख में जानें कि कैसे चंदन के पेड़ लगाकर करोड़ों की कमाई की जा सकती है। इसके साथ ही, सरकारी अनुदान और नियमों की जानकारी भी प्राप्त करें। क्या आप तैयार हैं इस लाभकारी खेती में निवेश करने के लिए?
Aug 16, 2025, 20:46 IST
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चंदन की खेती में धैर्य और मेहनत की आवश्यकता

सफलता प्राप्त करने के लिए मेहनत, समर्पण और धैर्य आवश्यक हैं। अमीर बनने की चाह में जल्दबाजी कभी-कभी नुकसान का कारण बन सकती है। इसलिए, समझदारी से विचार करके दीर्घकालिक निवेश करना चाहिए। निवेशक म्यूचुअल फंड, शेयर बाजार और एफडी में निवेश करते हैं, लेकिन यदि धैर्य और प्रयास के साथ चंदन के पेड़ों की खेती की जाए, तो इससे बेहतर लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
चंदन की खेती में समय और धैर्य जरूरी
- जैविक तरीके से चंदन की खेती करने पर 10 से 15 वर्षों में काटने लायक लकड़ी प्राप्त होती है।
- पारंपरिक रूप से, यह अवधि 20 से 25 वर्ष तक हो सकती है।
- दक्षिण भारत में लाल चंदन और उत्तर भारत में सफेद चंदन पाया जाता है।
- चंदन के पेड़ों के साथ तीन-चार फीट की दूरी पर अन्य पेड़ भी लगाए जा सकते हैं, जो चंदन के विकास में मदद करते हैं।
- पौधों के स्वस्थ विकास के लिए नियमित देखभाल और साफ-सफाई आवश्यक है।
निवेश और संभावित आय
- एक हेक्टेयर खेत में लगभग 600 चंदन के पेड़ लगाए जा सकते हैं।
- हर पेड़ की कीमत 10-15 वर्षों में लगभग ₹2 लाख से ₹5 लाख तक पहुंच सकती है।
- यदि प्रति पेड़ ₹2 लाख मूल्य प्राप्त होता है, तो कुल 600 पेड़ों से ₹12 करोड़ तक की आय हो सकती है।
- प्रति पेड़ ₹5 लाख का मूल्य मिलने पर कुल बिक्री ₹30 करोड़ तक हो सकती है।
- यह आय पारंपरिक म्यूचुअल फंड या एफडी से मिलने वाली आय से कहीं अधिक होती है।
सरकारी अनुदान और नियम
- पहले चंदन की खेती पर प्रतिबंध था, लेकिन अब सरकार ने इसे अनुमति के साथ खोल दिया है।
- सरकार खेती के लिए ₹28,000 से ₹30,000 तक का अनुदान भी प्रदान करती है।
- चंदन की लकड़ी किसानों को सीधे बेचने की अनुमति नहीं है; इसे काटने और खरीदने का कार्य संबंधित सरकारी विभाग करता है।
- किसान को अपने चंदन बेचने के लिए सरकारी अधिकारियों को सूचित करना पड़ता है, और सरकार निर्धारित मूल्य के अनुसार भुगतान करती है।
निष्कर्ष
चंदन का पेड़ वास्तव में 'कुबेर का खजाना' कहा जाता है, क्योंकि दीर्घकालिक धैर्य और सही देखभाल के साथ यह पैसे कमाने वाली मशीन साबित हो सकता है। यदि किसान 10-15 साल का धैर्य रखकर चंदन की खेती करते हैं, तो वे छोटे निवेश से करोड़ों की कमाई कर सकते हैं।