ग्रेटर नोएडा में छात्रा की आत्महत्या: उत्पीड़न के आरोप में दो प्रोफेसर हिरासत में

ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा ज्योति शर्मा ने कथित उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली। इस मामले में विश्वविद्यालय के डीन और अन्य प्रोफेसरों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। छात्रा ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने कॉलेज प्रशासन पर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और दो प्रोफेसरों को हिरासत में लिया है। कुलाधिपति ने मामले की आंतरिक जांच की पुष्टि की है।
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ग्रेटर नोएडा में छात्रा की आत्महत्या: उत्पीड़न के आरोप में दो प्रोफेसर हिरासत में

शारदा विश्वविद्यालय में छात्रा की आत्महत्या का मामला

ग्रेटर नोएडा के शारदा विश्वविद्यालय में बीडीएस द्वितीय वर्ष की एक छात्रा ने सोमवार को कथित तौर पर संकाय सदस्यों के उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली। यह घटना नॉलेज पार्क पुलिस थाने के क्षेत्र में विश्वविद्यालय परिसर में हुई। इस मामले में, डीन सहित सात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और दो प्रोफेसरों को हिरासत में लिया गया है।


छात्रा ने छात्रावास में आत्महत्या की

पुलिस के अनुसार, ज्योति शर्मा नाम की छात्रा ने अपने छात्रावास के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या की। अपर पुलिस उपायुक्त सुधीर कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


उत्पीड़न के आरोप में दो प्रोफेसर हिरासत में

ज्योति के पिता, रमेश जांगड़ा ने विश्वविद्यालय के डीन डॉ. एम सिद्धार्थ और अन्य प्रोफेसरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। रमेश का आरोप है कि इन व्यक्तियों के उत्पीड़न और धमकाने के कारण उनकी बेटी ने आत्महत्या की। उन्होंने बताया कि ज्योति ने उन्हें बताया था कि उसके साथ दुर्व्यवहार हो रहा है और उन्होंने इस बारे में डीन से बात की थी।


पुलिस को घटना की सूचना दी गई

रमेश ने दावा किया कि उन्होंने रात में ग्रेटर नोएडा पुलिस को घटना की सूचना दी, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को सूचित नहीं किया। उन्होंने कहा कि छात्रा ने आत्महत्या से पहले एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उसने कॉलेज प्रशासन के सदस्यों को आरोपी ठहराया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


विश्वविद्यालय की आंतरिक जांच

शारदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पी के गुप्ता ने कहा कि मामले की आंतरिक जांच चल रही है। प्रारंभिक जांच में डीन ने बताया कि छात्रा ने एक 'टेस्ट' की कॉपी पर प्रोफेसर के फर्जी हस्ताक्षर किए थे, जिसके लिए उसे टोका गया था। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन इस मामले में पुलिस की सहायता करेगा।