गौतमबुद्धनगर में फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़

गौतमबुद्धनगर जिले की पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो फर्जी मार्कशीट और स्थानांतरण प्रमाण पत्र बनाता था। गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों के पास से कई नकली दस्तावेज़ बरामद हुए हैं। ये आरोपी बेरोजगारों को फर्जी मार्कशीट देकर निजी कंपनियों में नौकरी दिलाने का काम करते थे। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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गौतमबुद्धनगर में फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़

पुलिस ने किया गिरोह का पर्दाफाश

गौतमबुद्धनगर जिले की पुलिस ने एक फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए बुधवार को दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।


पुलिस के अनुसार, आरोपियों के पास से 66 नकली मार्कशीट, सात स्थानांतरण प्रमाण पत्र, 22 बायोडाटा और अन्य दस्तावेज़ बरामद हुए हैं।


पुलिस उपायुक्त (जोन प्रथम) यमुना प्रसाद ने बताया कि थाना फेस-वन की टीम ने एक सूचना के आधार पर अभिमन्यु गुप्ता और धर्मेंद्र गुप्ता को पकड़ा।


उन्होंने कहा कि ये आरोपी बेरोजगार और परीक्षा में असफल रहे व्यक्तियों को फर्जी मार्कशीट और स्थानांतरण प्रमाण पत्र प्रदान करते थे, जिससे वे निजी कंपनियों में नौकरी प्राप्त कर सकें।


प्रसाद ने बताया कि ये लोग फर्जी मार्कशीट के लिए 80 हजार रुपये से लेकर दो लाख रुपये तक की मांग करते थे।