गौतमबुद्धनगर में दो भाइयों पर हमले के मामले में ट्रांसपोर्ट कारोबारी के बेटों की गिरफ्तारी

गौतमबुद्धनगर में दो भाइयों पर हमले के मामले में पुलिस ने ट्रांसपोर्ट कारोबारी के दो बेटों को गिरफ्तार किया है। यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के बाद सामने आई। पुलिस ने निलंबन और जांच के आदेश दिए हैं। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और क्या हुआ था।
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गौतमबुद्धनगर में दो भाइयों पर हमले के मामले में ट्रांसपोर्ट कारोबारी के बेटों की गिरफ्तारी

गौतमबुद्धनगर में मारपीट की घटना

गौतमबुद्धनगर जिले की पुलिस ने सेक्टर 53 में दो भाइयों के साथ मारपीट करने और एक को थार कार से कुचलने का प्रयास करने के आरोप में एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी के दो बेटों को गिरफ्तार किया है।


पुलिस ने यह जानकारी बृहस्पतिवार को साझा की। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कार्रवाई की गई है। इस मामले में एक थाना प्रभारी सहित दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित किया गया है और गाड़ी को जब्त कर लिया गया है।


पुलिस के अनुसार, थाना सेक्टर 24 की टीम ने ट्रांसपोर्ट कारोबारी सुधीर अवाना के बेटे अमन अवाना और आकाश अवाना को बुधवार रात गिरफ्तार किया। दोनों नोएडा के सेक्टर 23 के निवासी हैं।


पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक टिप्पणी को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद उन्होंने पीड़ित सुमित यादव और सौरभ को अपने कार्यालय बुलाया और उन पर कथित रूप से हमला किया। इस घटना में शामिल कुछ अन्य लोग फरार हैं।


सोमवार को हुई इस घटना के तीन वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इनमें 10-15 लोग दो भाइयों के साथ मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं, और आरोपियों ने एक युवक को थार कार से टक्कर मारने का प्रयास किया।


वीडियो में दिखाया गया है कि युवक उछलकर नाले में गिर गया। एक अन्य वीडियो में युवक पर ईंट से हमला होते हुए देखा गया। पुलिस ने बताया कि घायल दोनों भाइयों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


अधिकारियों ने बताया कि आकाश और अमन अवाना को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गौरव चौहान और कुणाल चौहान समेत अन्य आरोपी फरार हैं। अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें संभावित स्थानों पर दबिश दे रही हैं।


पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए सेक्टर-24 थाना प्रभारी निरीक्षक श्यामबाबू शुक्ला और गिझौड़ चौकी प्रभारी जगमोहन को निलंबित कर दिया है।


आरोप है कि उन्होंने घटना को उच्चाधिकारियों से छुपाया। सिंह ने निलंबित अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं। पुलिस ने वायरल वीडियो में दिख रही थार कार का पंजीकरण नंबर के आधार पर 68,500 रुपये का ऑनलाइन चालान भी किया है।


यह कार्रवाई खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाने और गलत दिशा में वाहन चलाने के आरोपों के तहत की गई है। इसके अलावा, पुलिस ने कार को जब्त भी कर लिया है।