गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टेस्ट टीम का प्रदर्शन निराशाजनक

भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में जीत हासिल की, लेकिन गौतम गंभीर की कोचिंग में टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। गंभीर के नेतृत्व में भारत ने SENA देशों के खिलाफ कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है। जानें उनके कार्यकाल की चुनौतियाँ और उपलब्धियाँ।
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गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टेस्ट टीम का प्रदर्शन निराशाजनक

भारतीय टीम की ओवल टेस्ट में जीत

भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेले गए टेस्ट मैच में 6 रनों से एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की है। इस जीत के साथ ही दोनों टीमों के बीच पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला 2-2 से बराबरी पर समाप्त हुई। हालांकि, गौतम गंभीर का कोचिंग रिकॉर्ड अभी भी सुधार की राह पर नहीं है। उनके नेतृत्व में भारत की टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।


गंभीर के तहत भारत की सफेद गेंद वाली टीम ने कई सफलताएँ प्राप्त की हैं, लेकिन लाल गेंद के प्रारूप में उनके आंकड़े चिंताजनक हैं।


गौतम गंभीर का कोचिंग कार्यकाल

गौतम गंभीर ने पिछले साल जुलाई में राहुल द्रविड़ की जगह भारत के मुख्य कोच का पद संभाला। उनके कार्यकाल में भारत ने सफेद गेंद क्रिकेट में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं, जैसे कि चैंपियंस ट्रॉफी जीतना और टी20 प्रारूप में लगातार जीत दर्ज करना।


हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में गंभीर के कार्यकाल के दौरान भारत ने कई कठिनाइयों का सामना किया। घरेलू मैदान पर न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की हार और ऑस्ट्रेलिया में 1-3 की हार ने भारतीय टीम की प्रतिष्ठा को गंभीर नुकसान पहुँचाया।


गंभीर के कोचिंग में टेस्ट क्रिकेट का प्रदर्शन

गंभीर के कोच बनने के बाद से भारत ने SENA देशों के खिलाफ कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है। उनके कार्यकाल में टीम इंडिया ने चार टेस्ट श्रृंखलाएँ खेली हैं, जिनमें से केवल बांग्लादेश के खिलाफ 2-0 से जीत मिली है।


न्यूजीलैंड के खिलाफ हालिया हार ने भारतीय टीम को घरेलू टेस्ट श्रृंखला में पहली बार हार का सामना कराया। इसके बाद, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी भारत को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा।


गौतम गंभीर की कोचिंग में निराशाजनक रिकॉर्ड

गौतम गंभीर के कोचिंग में भारत का SENA देशों के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला जीतने का रिकॉर्ड शून्य प्रतिशत है। इंग्लैंड के खिलाफ हालिया श्रृंखला में 2-2 की बराबरी से यह स्पष्ट नहीं होता कि गंभीर की कोचिंग में कोई सुधार हुआ है।