गौतम अडानी का प्रेरणादायक भाषण: रीढ़ की हड्डी और नेतृत्व का संबंध

गौतम अडानी का संबोधन
एशिया पैसिफिक में न्यूनतम आक्रामक रीढ़ की सर्जरी के लिए समाज की 5वीं वार्षिक सम्मेलन में, अदानी समूह के अध्यक्ष गौतम अडानी ने एक प्रभावशाली भाषण दिया। उन्होंने मानव रीढ़ और कॉर्पोरेट नेतृत्व के बीच गहरा संबंध स्थापित करते हुए कहा, “रीढ़ मानव लचीलापन की अंतिम संरचना है। नेतृत्व का अर्थ है संगठनों में लचीलापन बहाल करना।”
“मुंबई में, मैंने हीरे को छांटने और पॉलिश करने की कला सीखी। हर पत्थर ने मुझे धैर्य, सटीकता और दृढ़ता सिखाई। एक जापानी खरीदार के साथ मेरा पहला सौदा मुझे 10,000 रुपये का कमीशन दिलाया। पैसे की कभी परवाह नहीं थी, बल्कि उस क्षण ने मुझे यह सिखाया कि मेरे विश्वासों को हमेशा मेरे संदेहों से आगे निकलना होगा,” अदानी ने कहा।
भाषण का सारांश
अडानी ने अपने प्रारंभिक दिनों का उल्लेख करते हुए कहा कि 1981 में, जब वह 19 वर्ष के थे, उन्हें अपने भाई की पीवीसी फिल्म फैक्ट्री चलाने के लिए अहमदाबाद वापस बुलाया गया। इस अनुभव ने उन्हें दैनिक संचालन की चुनौतियों का सामना करना सिखाया। उन्होंने कहा कि उस समय भारत के परिवर्तन का सबसे महत्वपूर्ण दशक शुरू होने वाला था, जिसने उनके सोचने के तरीके को हमेशा के लिए बदल दिया।
उन्होंने बताया कि 1995 में अदानी एक्सपोर्ट्स ने सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध होने के बाद, उन्होंने खुद से सवाल किया कि क्या वह केवल मूल्य का व्यापार कर रहे हैं या वास्तव में उसे बना रहे हैं। इसके बाद उन्होंने बुनियादी ढांचे के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाया।
मुंद्रा पोर्ट का विकास
अडानी ने कहा कि अक्टूबर 1998 में मुंद्रा पोर्ट ने अपने पहले बर्थ के साथ संचालन शुरू किया, जो भारत का पहला निजी पोर्ट था। उन्होंने कहा कि जब अन्य लोग बंजर भूमि को देखते थे, तब उन्होंने 40,000 एकड़ की संभावनाओं को देखा। मुंद्रा उनके विश्वास का एक उदाहरण है।
- भारत का सबसे बड़ा मल्टी-कार्गो पोर्ट
- दुनिया का सबसे बड़ा निजी एकल-साइट थर्मल पावर प्लांट
- भारत की पहली HVDC ट्रांसमिशन लाइन
- भारत का सबसे बड़ा एकीकृत सौर और पवन निर्माण केंद्र
भारत का भविष्य
अडानी ने कहा, “हमारे निवेश भारत के भविष्य में हमारी अडिग विश्वास को दर्शाते हैं। ये ऊर्जा ग्रिड को मजबूत करते हैं और औद्योगिक आधार को ठोस बनाते हैं।” उन्होंने अगले पांच वर्षों में लगभग 100 अरब डॉलर के पूंजी व्यय निवेश की योजना की बात की।
उन्होंने कहा कि यह निवेश भारत की रीढ़ को मजबूत करने के लिए है, जो 1.4 अरब सपनों को अपने में समेटे हुए है।
उद्यमियों की भूमिका
अडानी ने बताया कि भारत में कमर दर्द अब विकलांगता का एक प्रमुख कारण बन गया है। उन्होंने इसे एक राष्ट्रीय संकट बताया और कहा कि हमें पहले अपने लोगों की रीढ़ को ठीक करना होगा। उन्होंने उद्यमियों से अपील की कि वे भारत के पहले AI-संचालित रीढ़ की हड्डी के निदान प्लेटफॉर्म का निर्माण करें।
उन्होंने कहा, “हम भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम 1,000-बेड के एकीकृत कैंपस बनाने की योजना बना रहे हैं।”
अंतिम विचार
अडानी ने कहा, “यदि आप एक चिकित्सा-तकनीकी ब्रेकथ्रू का सपना देखते हैं, तो आगे बढ़ें! भारत का भविष्य आपके हाथ में है।”