गोविंदगंज विधानसभा चुनाव: मुकाबला तेज, कई दलों के उम्मीदवार मैदान में

गोविंदगंज विधानसभा सीट पर चुनावी माहौल काफी गर्म है, जहां कई दलों के उम्मीदवार मैदान में हैं। वर्तमान विधायक सुनील मणि तिवारी हैं, लेकिन इस बार सीट चिराग पासवान की एलजेपी के पास गई है। कांग्रेस और जन सुराज पार्टी भी चुनाव में शामिल हैं। जानें इस सीट के चुनावी इतिहास और उम्मीदवारों की पूरी जानकारी।
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गोविंदगंज विधानसभा चुनाव: मुकाबला तेज, कई दलों के उम्मीदवार मैदान में

चुनावी माहौल

पूर्वी चंपारण जिले की गोविंदगंज विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी गतिविधियाँ काफी सक्रिय हैं। वर्तमान में इस क्षेत्र के विधायक भारतीय जनता पार्टी के सुनील मणि तिवारी हैं। हाल ही में एनडीए के भीतर सीटों के बंटवारे के चलते गोविंदगंज सीट चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) को मिल गई है। वहीं, महागठबंधन की ओर से कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में भाग ले रही है। इसके अलावा प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी इस मुकाबले में शामिल है। दिलचस्प बात यह है कि इस सीट पर कोई निर्दलीय उम्मीदवार नहीं है। मतदान 11 नवंबर को होगा।


उम्मीदवारों की सूची

गोविंदगंज विधानसभा सीट पर कुल 8 उम्मीदवार चुनावी दौड़ में हैं। एलजेपी (रामविलास) से राजू तिवारी चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने शशि भूषण राय को अपना उम्मीदवार बनाया है। जन सुराज पार्टी से कृष्ण कांत मिश्रा चुनावी मैदान में हैं। इसके अलावा, तेज प्रताप यादव की जनशक्ति जनता दल, आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी भी इस सीट पर चुनाव लड़ रही हैं।


चुनावी इतिहास

गोविंदगंज एक सामान्य सीट है और यह पूर्वी चंपारण लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा के सुनील मणि तिवारी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी। वहीं, 2015 में एलजेपी के राजू तिवारी ने जीत दर्ज की थी। 2010 में जेडीयू की मीना द्विवेदी ने इस सीट पर विजय प्राप्त की थी।


हालांकि, गोविंदगंज विधानसभा सीट भाजपा की पारंपरिक सीट मानी जाती है, लेकिन इस बार सीट बंटवारे के कारण यह चिराग पासवान की पार्टी के पास चली गई है। चिराग इस सीट पर जीत के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस उनकी राह में बाधा डालने का प्रयास कर रही है।