गोवा में सामाजिक कार्यकर्ता पर हमले के बाद पांच गिरफ्तार

पणजी में सामाजिक कार्यकर्ता रामा काणकोणकर पर हुए हमले के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। काणकोणकर ने हमलावरों पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्हें धमकाना और पिटाई करना शामिल है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। हमले के पीछे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। जानें पूरी कहानी में क्या हुआ और पुलिस की कार्रवाई के बारे में।
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गोवा में सामाजिक कार्यकर्ता पर हमले के बाद पांच गिरफ्तार

पुलिस ने किया त्वरित कार्रवाई

पणजी पुलिस ने कारानजलेम में सामाजिक कार्यकर्ता रामा काणकोणकर पर हुए गंभीर हमले के बाद बृहस्पतिवार को पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी देर रात साझा की।


पुलिस अधीक्षक (उत्तर) राहुल गुप्ता ने बताया कि एक संदिग्ध अभी भी फरार है। काणकोणकर ने पुलिस को बताया कि बच्चों के पार्क के निकट हमलावरों ने उन पर हमला किया, उन्हें घूंसे मारे, उनकी पिटाई की, उनके चेहरे पर गोबर पोता और फिर उन्हें सड़क पर फेंक दिया।


उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि चाकू और बंदूक से लैस गिरोह ने उन्हें धमकाते हुए कहा, 'क्या तुम गोवा के रक्षक बनना चाहते हो? चलो, हम तुम्हें दिखाते हैं।'


पुलिस अधीक्षक गुप्ता ने कहा कि आरोपियों ने काणकोणकर और उनके साथी सोइरू वेलिप को जान से मारने की धमकी दी। वेलिप ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है।


काणकोणकर, जो अक्सर पर्यावरण से जुड़े मुद्दों पर आवाज उठाते हैं, पर हमले के असली कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। उपनिरीक्षक नितिन नाइक के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने गोवा-महाराष्ट्र सीमा पर डोडामार्ग बस स्टैंड के पास एंथनी नादर (31) और फ्रांसिस नादर (28) को गिरफ्तार किया।


इसके अलावा, निरीक्षक विजय चोडनकर की टीम ने मडगांव रेलवे स्टेशन पर सुरेश नाइक (31), मिंगुएल अराउजो (24) और मनीष हडफडकर (24) को पकड़ा। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि राज्य में ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।