गोवा में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2025: सिनेमा का जश्न और दिग्गजों का सम्मान
अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आगाज
20 नवंबर से गोवा की राजधानी पणजी में अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI 2025) का आयोजन होने जा रहा है। इस बार का महोत्सव खास होने की उम्मीद है, जिसमें आधुनिक और क्लासिक सिनेमा का अनूठा मिश्रण देखने को मिलेगा। 2025 भारतीय सिनेमा के लिए एक महत्वपूर्ण वर्ष है, क्योंकि इस साल कई क्लासिक फिल्मों के 50 साल पूरे हो रहे हैं और कई प्रमुख हस्तियों की जन्म शताब्दी भी मनाई जा रही है। 20 से 28 नवंबर तक चलने वाले इस महोत्सव में इन हस्तियों की उपलब्धियों को याद किया जाएगा और उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
क्लासिक फिल्मों का जश्न
इस वर्ष दीवार, आंधी, मौसम, शोले, धर्मात्मा, जूली और जय संतोषी मां जैसी हिट फिल्मों के 50 साल पूरे हो रहे हैं। इन फिल्मों ने सिनेमा के भविष्य को आकार दिया। कुछ को इस साल फिर से रिलीज भी किया गया है। फिल्म हेरीटेज फाउंडेशन के सहयोग से रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित शोले का प्रदर्शन विदेशों में भी किया गया है। 1975 का साल केवल आपातकाल के लिए ही नहीं, बल्कि सिनेमा के बदलते स्वरूप के लिए भी याद किया जाता है।
रजनीकांत और बालकृष्ण का सम्मान
गोवा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में रजनीकांत और बालकृष्ण नंदमुरी को विशेष सम्मान दिया जाएगा। दोनों के फिल्मी करियर के 50 साल पूरे हो चुके हैं। रजनीकांत की इस साल कुली फिल्म ने दर्शकों का दिल जीता। 74 साल की उम्र में भी उनकी एक्टिंग में वही ऊर्जा देखने को मिली है। वहीं, बालकृष्ण की पीरियड एक्शन ड्रामा डाकू महाराज भी इस साल रिलीज हुई थी।
गुरु दत्त और ऋत्विक घटक की जन्म शताब्दी
साल 2025 गुरु दत्त, राज खोसला और ऋत्विक घटक जैसी महान हस्तियों की जन्म शताब्दी का भी है। गुरु दत्त ने हिंदी सिनेमा को प्यासा, कागज के फूल और साहब बीबी और गुलाम जैसी क्लासिक फिल्में दीं। ऋत्विक घटक, जो सत्यजित राय और मृणाल सेन की परंपरा को आगे बढ़ाते हैं, की फिल्मों का प्रदर्शन भी इस महोत्सव में किया जाएगा।
महोत्सव की शुरुआत ब्राजील की फिल्म से
56वें गोवा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में 80 से अधिक देशों के फिल्म कलाकार, निर्देशक और लेखक शामिल होंगे। इस साल लगभग 250 फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी, जिसमें ब्राजील की फिल्म द ब्लू ट्रेल से समारोह की शुरुआत होगी।
सिनेमा में रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी
इस महोत्सव का विषय ‘रचनात्मकता और प्रौद्योगिकी का संगम’ है। इसमें सिनेमा निर्माण में एआई की चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। फिल्म संवाद में कई प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी। भारतीय पैनोरमा खंड में 25 फीचर फिल्में, 20 गैर-फीचर फिल्में और 5 पहली फीचर फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
