गोवर्धन पूजा 2025: जानें तिथि और महत्व

गोवर्धन पूजा 2025 में 22 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह पर्व भगवान कृष्ण की पूजा के लिए समर्पित है और इसे अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है। जानें इस दिन का महत्व और पूजा के लिए शुभ मुहूर्त।
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गोवर्धन पूजा 2025: जानें तिथि और महत्व

गोवर्धन पूजा

गोवर्धन पूजा 2025: जानें तिथि और महत्व


गोवर्धन पूजा


हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा पर दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इसके दो दिन बाद गोवर्धन पूजा का आयोजन होता है। इसे अन्नकूट या अन्नकूट पूजा भी कहा जाता है। यह विशेष रूप से उत्तर प्रदेश के मथुरा-वृंदावन, राजस्थान और हरियाणा जैसे उत्तर भारतीय क्षेत्रों में मनाया जाता है। इस दिन भक्त भगवान कृष्ण को कई प्रकार के पकवानों और सब्जियों से एक "अन्न का पहाड़" बनाकर भोग अर्पित करते हैं, जिसे अन्नकूट कहा जाता है। आइए जानते हैं कि गोवर्धन पूजा 2025 में कब है और इसका महत्व क्या है।


गोवर्धन पूजा की तिथि 2025

गोवर्धन पूजा कब है 2025 में?


पंचांग के अनुसार, गोवर्धन पूजा कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाई जाती है। इस वर्ष, कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथि 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे से शुरू होकर 22 अक्टूबर को रात 8:16 बजे समाप्त होगी। इसलिए, 2025 में गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर, बुधवार को होगी।



  1. गोवर्धन पूजा की तिथि: 22 अक्टूबर 2025

  2. प्रतिपदा तिथि की शुरुआत: 21 अक्टूबर, शाम 5:54 बजे

  3. प्रतिपदा तिथि का समापन: 22 अक्टूबर, रात 8:16 बजे


गोवर्धन पूजा का समय

गोवर्धन पूजा का समय क्या है?


गोवर्धन पूजा के दिन, यानी 22 अक्टूबर को, पूजा के लिए दो शुभ मुहूर्त होंगे:



  1. सुबह: 06:26 बजे से 08:42 बजे तक

  2. दोपहर: 03:29 बजे से 05:44 बजे तक


गोवर्धन पूजा का महत्व

दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन क्यों मनाया जाता है?


गोवर्धन पूजा भगवान कृष्ण को समर्पित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इंद्र देवता के क्रोध से ब्रजवासियों की रक्षा के लिए श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को उठाया था। इस दिन को याद करते हुए गोवर्धन पूजा का आयोजन किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाकर ब्रजवासियों को इंद्र देव के प्रकोप से बचाया था।