गोरखपुर में पुलिस एनकाउंटर: तस्कर रहीम गिरफ्तार, दीपक की हत्या पर विवाद

गोरखपुर में एनकाउंटर की घटना

गोरखपुर: गोरखपुर और कुशीनगर पुलिस के संयुक्त अभियान में एक अपराधी रहीम का एनकाउंटर किया गया है, जिसमें उसे पैर में गोली लगी और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार, रहीम, छोटू और राजू नामक तीन बदमाश पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास कर रहे थे, जिन्हें बाद में पकड़ लिया गया।
एसएसपी राजकरण नैयर ने बताया कि घटना की रात पिपराइच थाना क्षेत्र के महुआचाफी गांव में एक पशु तस्कर को ग्रामीणों ने पकड़ा था, जिसकी पहचान बिहार के गोपालगंज के अजब हुसैन के रूप में हुई है। अब तक इस मामले में चार पशु तस्करों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किया गया रहीम एक तस्कर है और उसे एनकाउंटर में गोली लगी है। रहीम दीपक गुप्ता की हत्या में शामिल था, जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। जानकारी मिलते ही पिपराइज और कुशीनगर पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया। रहीम कुशीनगर के दुर्गपट्टी क्षेत्र का निवासी है और पहले भी गो तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है।
घटना का विवरण
जानकारी के अनुसार, यह घटना 15 सितंबर की रात लगभग 12:30 बजे हुई, जब तस्कर तीन गाड़ियों में गांव पहुंचे थे। वे मवेशियों को खूंटे से खोलने का प्रयास कर रहे थे, तभी गांव के लोगों ने शोर मचाया। इस शोर को सुनकर दीपक बाहर आया और तस्करों के पीछे दौड़ पड़ा। तस्करों ने उसे पकड़कर जबरन डीसीएम गाड़ी में बैठा लिया और करीब आधे घंटे बाद उसे सरैया गांव के पास फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
परिवार का आरोप
दीपक के परिवार का आरोप है कि तस्करों ने उसके मुंह में गोली मारी थी, जिससे उसकी मौत हुई। हालांकि, पुलिस का कहना है कि दीपक की मौत सिर पर चोट लगने से हुई है, और मेडिकल रिपोर्ट भी यही दर्शाती है। एनडीटीवी से बात करते हुए दीपक के परिवार ने अपने आरोप पर अडिग रहने की बात कही।
अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया
गोरखपुर एनकाउंटर पर अखिलेश यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह एनकाउंटर पहले से तय था, लेकिन इसे प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर से कानून व्यवस्था में सुधार नहीं होगा और सरकार अपनी नाकामी छुपाने के लिए ऐसा कर रही है।
दीपक के चाचा की चेतावनी
दीपक के चाचा सुरेंद्र गुप्ता ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो लोग पिपराइच थाना जलाने का प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने केवल खानापूर्ति की है और असली दोषी पूरे थाने के लोग हैं। सुरेंद्र ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने की मांग की है और कहा कि प्रशासन ने उन्हें सुरक्षा के लिए एक रिवाल्वर का लाइसेंस जारी किया है।