गोरखपुर में दादा-दादी की हत्या: मानसिक रूप से अस्वस्थ पोते ने किया खौफनाक हमला

गोरखपुर के झंगहा में एक मानसिक रूप से अस्वस्थ पोते ने अपने दादा-दादी और बड़े दादा की हत्या कर दी। इस खौफनाक घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जानें इस दिल दहला देने वाली घटना के बारे में और कैसे गांववालों ने साहस दिखाया।
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गोरखपुर में दादा-दादी की हत्या: मानसिक रूप से अस्वस्थ पोते ने किया खौफनाक हमला

गोरखपुर में दिल दहला देने वाली घटना

गोरखपुर के झंगहा क्षेत्र में शुक्रवार की सुबह एक भयावह घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया। मानसिक रूप से अस्वस्थ रामदयाल मौर्य ने अपने ही परिवार के तीन बुजुर्गों, दादा कुबेर मौर्य, बड़े दादा साधु मौर्य और दादी द्रौपदी की फावड़े से हत्या कर दी। पुलिस ने तुरंत आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।


हत्या की शुरुआत

सुबह लगभग सात बजे, रामदयाल ने अपने घर के दरवाजे पर बंधी पड़िया पर फावड़ा चलाना शुरू किया। जब दादा कुबेर ने उसे रोका, तो वह गुस्से में आ गया। कुबेर जान बचाने के लिए खेत की ओर भागे, लेकिन रामदयाल ने उनका पीछा कर सिर पर फावड़े से वार कर दिया।


दूसरे बुजुर्गों की भी गई जान

कुबेर खून से लथपथ होकर गिर पड़े। चीख-पुकार सुनकर बड़े दादा साधु उनकी मदद के लिए आए, लेकिन रामदयाल के क्रूर रूप को देखकर वह भी शिकार बन गए। जब दादी द्रौपदी ने अपने पोते को रोकने की कोशिश की, तो उसने उन पर भी फावड़ा चला दिया। इस खौफनाक घटना से गांव की कच्ची सड़क खून से लाल हो गई।


पुलिस की कार्रवाई

हत्या के बाद, रामदयाल शवों को खींचकर एक जगह बैठ गया। गांववालों ने साहस दिखाते हुए उसे पकड़ लिया और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया और हत्या में इस्तेमाल फावड़ा भी बरामद किया। एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव और सीओ चौरी चौरा अनुराग ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और स्थानीय लोगों से जानकारी ली।


मां की बहादुरी

घटना के समय रामदयाल की मां कुशमावती ने अपने बेटे की खौफनाक हरकत देखकर भागकर जान बचाई। उन्होंने समझ लिया था कि अगर वह रुकीं, तो अगला शिकार वह होंगी। उन्होंने गांववालों को इस भयानक घटना की जानकारी दी। पुलिस जांच में पता चला कि रामदयाल के पिता विजय बहादुर पिछले शाम से घर नहीं लौटे थे।


परिवार की स्थिति

75 वर्षीय साधु मौर्य अविवाहित थे और उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी छोटे भाई कुबेर के साथ बिताई। कुबेर के दो बेटे थे, विजय बहादुर और मेवालाल। परिवार पहले से ही बिखराव की स्थिति में था। मेवालाल हाल ही में छेड़खानी के मामले में जेल से छूटकर आया था, और विजय बहादुर अक्सर घर से गायब रहते थे। एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मानसिक रूप से अस्वस्थ पोते ने फावड़े से हमला कर दादा, बड़े दादा और दादी की हत्या की है। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और गांव में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जांच जारी है।