गोरखपुर नीट अभ्यर्थी हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर

गोरखपुर में नीट अभ्यर्थी दीपक गुप्ता की हत्या के मुख्य आरोपी मोहम्मद जुबैर को उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने मुठभेड़ में मार गिराया। जुबैर पर कई आपराधिक मामले थे और वह गौ तस्करी में शामिल था। यह मुठभेड़ रामपुर जिले में हुई, जहां पुलिस ने उसे पकड़ने का प्रयास किया। जुबैर की गिरफ्तारी से पहले वह फरार था और उसकी तलाश जारी थी। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और जुबैर के खिलाफ दर्ज मामलों के बारे में।
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गोरखपुर नीट अभ्यर्थी हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुठभेड़ में ढेर

मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी

उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शुक्रवार रात गोरखपुर नीट अभ्यर्थी की हत्या के मुख्य आरोपी को मार गिराया। मृतक की पहचान मोहम्मद जुबैर के रूप में हुई है, और यह मुठभेड़ रामपुर जिले में हुई।


रिपोर्टों के अनुसार, जुबैर पर कई आपराधिक मामले दर्ज थे और उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी था। वह कथित तौर पर राज्य में गौ तस्करी में संलिप्त था। गोरखपुर में 19 वर्षीय नीट अभ्यर्थी दीपक गुप्ता की हत्या के बाद से वह फरार था।


मुठभेड़ की जानकारी

अधिकारियों ने बताया कि जुबैर, जिसे कालिया के नाम से भी जाना जाता है, कोतवाली थाना क्षेत्र के घेर मर्दान खां का निवासी था। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।


पुलिस के अनुसार, शुक्रवार रात रामपुर के गंज थाना क्षेत्र में चाकू चौक से मंडी जाने वाले रास्ते पर कालिया की पुलिस से मुठभेड़ हुई।


मुरादाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मुनिराज जी ने बताया कि पुलिस जांच के दौरान एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आए। जब उन्हें रोकने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी।


इस गोलीबारी में उपनिरीक्षक राहुल जादौन और आरक्षी संदीप कुमार घायल हो गए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में जुबैर को गोली लगी, और उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।


दीपक गुप्ता की हत्या

जुबैर गोरखपुर के पिपराइच हत्याकांड का मुख्य आरोपी था, और उसकी तलाश रामपुर और गोरखपुर पुलिस द्वारा की जा रही थी। उस पर एक लाख रुपये का इनाम था।


16 सितंबर को गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में 19 वर्षीय दीपक गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। दीपक नीट (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) की तैयारी कर रहा था और जब वह तस्करों को जानवरों की चोरी से रोकने की कोशिश कर रहा था, तभी उसकी हत्या कर दी गई।


जुबैर के खिलाफ रामपुर, बलरामपुर, गोंडा और गोरखपुर जिलों में पशु क्रूरता अधिनियम, गोहत्या, हत्या के प्रयास और हत्या सहित कुल 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।


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