गोपालगंज में पुजारी की हत्या: पुलिस जांच में चौंकाने वाले तथ्य

बिहार के गोपालगंज जिले में पुजारी मनोज साह की हत्या के मामले में पुलिस की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। वीभत्स तरीके से की गई इस हत्या ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, जिसके चलते उन्होंने एनएच 27 पर प्रदर्शन किया। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। जानें इस मामले की पूरी कहानी और पुलिस की जांच की प्रगति के बारे में।
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गोपालगंज में पुजारी की हत्या: पुलिस जांच में चौंकाने वाले तथ्य

हत्या की वीभत्सता से पुलिस हैरान


गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज जिले में पुजारी की हत्या के मामले में सामने आए तथ्यों ने पुलिस को चौंका दिया है। मांझागढ़ थाना क्षेत्र के शिव मंदिर के पुजारी और केयरटेकर मनोज साह की हत्या की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रहा है। इस वीभत्स हत्या में हत्यारों ने पुजारी के प्राइवेट पार्ट को काटा, जीभ निकाली और चेहरे को तेजाब से जलाने का प्रयास किया। पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, लेकिन अभी तक कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच मंदिर से जुड़े जमीन विवाद के पहलू से भी की जा रही है।


घटनास्थल का दौरा और जांच की प्रगति

गोपालगंज के एसपी हृदयाकांत ने रविवार को घटनास्थल का दौरा किया और मामले की जांच की। उन्होंने कहा कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी, क्योंकि सभी कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। एसपी के अनुसार, मनोज साह मंदिर के पुजारी नहीं थे, बल्कि वे केयरटेकर के रूप में वहां रहते थे। परिजनों का कहना है कि उनके पिता की आंख का ऑपरेशन होने के बाद मनोज ही पुजारी का कार्य कर रहे थे।


हत्या के बाद का बवाल

शनिवार को मनोज साह का शव दानापुर दुग्ध शीतक केंद्र के पास से बरामद किया गया। इसके बाद स्थानीय लोगों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एनएच 27 पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने करीब 6 घंटे तक सड़क को जाम किया, जिसके दौरान पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए फायरिंग की, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है।


मनोज साह का पारिवारिक पृष्ठभूमि

मृतक मनोज साह भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष और पूर्व मुखिया अशोक साह के भाई थे। बताया जा रहा है कि मंदिर की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। मनोज साह के पिता बैजनाथ साह शिवमंदिर के निर्माण के बाद से पुजारी का कार्य कर रहे थे, लेकिन हाल ही में अस्वस्थ होने के कारण मनोज ने यह जिम्मेदारी संभाली थी।


पुलिस की जांच और कॉल डिटेल्स

पुलिस मनोज साह की हत्या के मामले में कई बिंदुओं पर जांच कर रही है। मनोज के मोबाइल कॉल डिटेल्स की जांच की जा रही है। पुलिस का दावा है कि गायब होने के एक दिन पहले मनोज की किसी से 16 मिनट तक बातचीत हुई थी।


बीजेपी का बयान

मनोज साह की हत्या के बाद बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष हरि सहनी ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि बिहार में जंगलराज फिर से लौट आया है। उन्होंने इस मामले को सदन में उठाने का आश्वासन दिया और कहा कि बीजेपी हमेशा पीड़ित परिवार के साथ खड़ी रहेगी।