गोंद कतीरा: स्वास्थ्य के लिए अद्भुत लाभ और उपयोग

गोंद कतीरा, एक प्राकृतिक गोंद, स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है। यह न केवल गर्मियों में ठंडक देता है, बल्कि थकान, कमजोरी, और त्वचा की समस्याओं में भी मदद करता है। जानें इसके उपयोग और फायदे, जैसे कि हाथ-पैरों में जलन, माइग्रेन, और टांसिल की समस्याओं में राहत। इस लेख में गोंद कतीरा के विभिन्न स्वास्थ्य लाभों और इसे कैसे उपयोग करें, के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
 | 
गोंद कतीरा: स्वास्थ्य के लिए अद्भुत लाभ और उपयोग

गोंद कतीरा के फायदे


दूध हमारे स्वास्थ्य के लिए एक अत्यंत पौष्टिक पेय है। आज हम गोंद कतीरा (ट्रैगेकेन्थ गम) के फायदों पर चर्चा करेंगे। यह एक प्राकृतिक गोंद है, जो बिना स्वाद और गंध के होता है और पानी में आसानी से घुल जाता है।


गर्मियों में गोंद कतीरा का सेवन विशेष रूप से फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है। यह पेशाब से संबंधित समस्याओं में भी सहायक होता है और खून की कमी को रोकता है। इसके अलावा, यह उल्टी, माइग्रेन, थकान और कमजोरी में भी लाभकारी है। गोंद कतीरा का स्रोत एक कांटेदार पेड़ है, जो भारत के गर्म क्षेत्रों में पाया जाता है।


गोंद कतीरा की छाल से निकलने वाला तरल जब जमता है, तो यह सफेद और पीले रंग का हो जाता है। इसमें प्रोटीन और फॉलिक एसिड जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं में राहत प्रदान करते हैं। गर्मियों में लू से बचने के लिए और विभिन्न रोगों से मुक्ति पाने के लिए इसका सेवन किया जा सकता है। इसे दूध, आइसक्रीम और शरबत में मिलाकर उपयोग किया जा सकता है।


गोंद कतीरा के लाभ


1. हाथ-पैरों में जलन (Gond Katira For Jalan)


यदि हाथ-पैरों में जलन हो रही है, तो 2 चम्मच गोंद कतीरा को रातभर एक गिलास पानी में भिगोकर सुबह शक्कर मिलाकर सेवन करने से राहत मिलती है।


2. एंटी-एजिंग (Gond Katira For Anti Ageing)


गोंद कतीरा आपकी त्वचा के लिए लाभकारी है और इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो झुर्रियों को कम करने में मदद करते हैं।


3. कमजोरी और थकान से राहत (Gond Katira For Weakness)


हर सुबह आधे गिलास दूध में गोंद कतीरा और मिश्री मिलाकर पीने से कमजोरी और थकान में कमी आती है।


4. माइग्रेन, थकान, उल्टी (Gond Katira For Migraine, Weakness, Vomiting)


गोंद कतीरा का सेवन माइग्रेन, थकान, उल्टी और गर्मी से होने वाले चक्कर में आराम देता है।


5. टांसिल (Gond Katira For Tonsil)


यदि आपको बार-बार टांसिल की समस्या होती है, तो 2 चम्मच गोंद कतीरा को धनिया के पत्तों के रस में मिलाकर गले पर लेप करने से यह ठीक हो जाता है।


6. अल्सर (Gond Katira For Ulcer)


यह मुंह के अल्सर को ठीक करने में भी सहायक है।


7. अधिक पसीना (Gond Katira For Sweating)


जिन लोगों को अधिक पसीना आता है, उनके लिए गोंद कतीरा का सेवन फायदेमंद होता है।


10-20 ग्राम गोंद कतीरा को पानी में भिगोकर सुबह शरबत बनाकर पीने से रक्त संबंधी बीमारियों में सुधार होता है।


गोंद कतीरा को मिश्री के साथ पीसकर कच्चे दूध के साथ सेवन करने से स्त्री रोगों में भी लाभ होता है।


इसे कहाँ से प्राप्त करें:


गोंद कतीरा आसानी से पंसारी की दुकान पर मिल जाता है।


विभिन्न प्रकार के गोंद के फायदे:


कीकर या बबूल का गोंद पौष्टिक होता है। नीम का गोंद रक्त की गति बढ़ाने वाला होता है। पलाश का गोंद हड्डियों को मजबूत बनाता है। आम की गोंद चर्म रोगों में लाभकारी होती है।


गोंद को भुनने की विधि:


एक पैन में 1/2 चम्मच तेल गर्म करके उसमें गोंद को भूनें। 3-4 मिनट बाद गोंद पॉपकॉर्न की तरह फूल जाएगा। सर्दियों में गोंद से बने लड्डू का सेवन भी फायदेमंद होता है।