गुवाहाटी में भारतीय वायुसेना का भव्य एयर शो: गर्व का क्षण

गुवाहाटी में भारतीय वायुसेना ने अपनी 93वीं वर्षगांठ पर एक भव्य एयर शो का आयोजन किया, जिसमें राफेल, सुखोई और तेजस जैसे लड़ाकू विमानों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम ने दर्शकों को गर्व से भर दिया और युवाओं में नई ऊर्जा का संचार किया। एयर शो का रणनीतिक महत्व भी है, क्योंकि यह चीन की सीमा के निकट आयोजित किया गया। जानें इस ऐतिहासिक घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
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भारतीय वायुसेना की 93वीं वर्षगांठ का जश्न

गुवाहाटी में आज, 9 नवंबर को, भारतीय वायुसेना ने अपनी 93वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक शानदार एयर शो का आयोजन किया। ब्रह्मपुत्र नदी के लाचित घाट पर हुए इस कार्यक्रम ने पूरे देश को गर्व से भर दिया। इस दौरान राफेल, सुखोई, तेजस और मिराज जैसे लड़ाकू विमानों ने एक साथ उड़ान भरकर आसमान को देशभक्ति के रंगों में रंग दिया। इस वर्ष वायुसेना दिवस की थीम 'अचूक, अभेद्य और सटीक' रखी गई थी। यह एयर शो वायुसेना की शक्ति और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है।


वायुसेना के विमानों का अद्भुत प्रदर्शन

इस विशेष अवसर पर वायुसेना के अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टरों ने 25 विभिन्न फॉर्मेशन में उड़ान भरी। इनमें राफेल, सुखोई-30 MKI, तेजस, मिराज, जगुआर, मिग-29, C-130, C-17, अपाचे, प्रचंड और ALH मार्क-1 हेलीकॉप्टर शामिल थे। एयर शो में सूर्यकिरण एरोबेटिक टीम ने भी शानदार प्रदर्शन किया।


उपस्थित गणमान्य व्यक्ति

इस कार्यक्रम में असम के राज्यपाल, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह भी उपस्थित रहे। दोनों तटों से हजारों दर्शक इस ऐतिहासिक नज़ारे के साक्षी बने, जहां हर उड़ान ने भारतीय वायुसेना के शौर्य, अनुशासन और तकनीकी क्षमता का बेहतरीन प्रदर्शन किया।


रणनीतिक महत्व और एयर पावर प्रेज़ेंस

यह एयर शो रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि गुवाहाटी क्षेत्र चीन की सीमा और चिकन नेक कॉरिडोर के निकट स्थित है। गुवाहाटी से राफेल और तेजस जैसे फाइटर जेट्स की उड़ान भारत के पूर्वोत्तर में एयर पावर प्रेज़ेंस का मजबूत संदेश देती है।


युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत

इस एयर शो ने युवाओं में नई ऊर्जा और प्रेरणा भरी है ताकि वे भी देश की रक्षा में योगदान दे सकें। राफेल की गर्जना, तेजस की फुर्ती और सूर्यकिरण की उड़ान भारत की नई आसमानी ताकत का प्रतीक है। इसके साथ ही, 13 से 20 नवंबर 2025 को पूर्वोत्तर में एक बड़ा एक्सरसाइज आयोजित किया जाएगा, जिसमें आर्मी, नेवी और एयरफोर्स मिलकर संयुक्त ऑपरेशन का अभ्यास करेंगे।