गुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू-कश्मीर में भाईचारे की कमी पर जताई चिंता

भाईचारे की समाप्ति पर चिंता
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आज़ाद ने हाल ही में भाईचारे के खत्म होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने सभी राजनीतिक विचारों से परे एक-दूसरे का सम्मान करने की आवश्यकता पर जोर दिया। आज़ाद रियासी जिले में एक पार्टी कार्यकर्ता के पिता के निधन पर संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "मेरा मानना है कि हर व्यक्ति का सम्मान किया जाना चाहिए, चाहे उसका धर्म या राजनीतिक विचारधारा कुछ भी हो। राजनीति अस्थायी है, लेकिन हमारी मानवता स्थायी है। जम्मू-कश्मीर में जो भाईचारा पहले था, वह अब खत्म हो रहा है।"
सामाजिक ताने-बाने का पुनर्निर्माण
आज़ाद ने विभाजनकारी राजनीति को समाप्त करने का आह्वान करते हुए जम्मू-कश्मीर के लोगों से एकजुट होकर शांति और सहयोग पर आधारित सामाजिक ताने-बाने का पुनर्निर्माण करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही क्षेत्र में स्थिरता और विकास संभव है। अपने दौरे के दौरान, आज़ाद ने स्थानीय निवासियों की चिंताओं को ध्यान से सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि उनके मुद्दों को उचित मंचों पर उठाया जाएगा। उनके साथ रियासी जिले के कई वरिष्ठ पार्टी नेता और कार्यकर्ता भी मौजूद थे।
राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग
आज़ाद ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा बहाल करने की अपनी मांग को दोहराया, यह कहते हुए कि यह क्षेत्र की प्रगति के लिए आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य का दर्जा किसी धर्म या राजनीतिक पार्टी का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह सभी के लिए महत्वपूर्ण है। चाहे कोई भाजपा से हो या नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस या पीडीपी से, राज्य का दर्जा सभी के लिए आवश्यक है। इससे पहले, कांग्रेस पार्टी ने केंद्र सरकार के खिलाफ जम्मू-कश्मीर के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग की थी।
कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए कहा कि केंद्र सरकार जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने के अपने वादे से मुकर रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर के लोगों को धोखा दे रही है और पहले ही राज्य का दर्जा देने का वादा किया था, जिसे पूरा नहीं किया जा रहा है।