गुरुग्राम में बारिश के कारण जलभराव: समस्याओं का समाधान कब होगा?

सड़कें बनी नदियाँ: वाहन फंसे, लोग परेशान
गुरुग्राम में भारी बारिश ने एक बार फिर से शहर की वास्तविकता को उजागर किया है। सड़कों पर पानी भर जाने से वाहन धीमी गति से चल रहे थे और यात्री घंटों तक जाम में फंसे रहे।
सामाजिक मीडिया पर तस्वीरें: स्थिति की गंभीरता
सोशल मीडिया पर साझा की गई तस्वीरें और वीडियो इस स्थिति को बयां कर रहे हैं, जिसमें लोग अपने वाहनों को पानी में धकेलते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ क्षेत्रों में तो पानी घरों के अंदर भी घुस गया।
हर साल की तरह, 30 लाख लोग प्रभावित
इस बार भी लगभग 30 लाख लोग इस समस्या का सामना कर रहे हैं। सवाल यह है कि हर साल गुरुग्राम क्यों डूबता है?
ट्रैफिक जाम: 10 से 20 किलोमीटर लंबा
भारी बारिश के कारण शहर की सड़कों और हाईवे पर 10 से 20 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लग गया। जलभराव के कारण कई वाहन बीच में ही रुक गए और लोग घंटों तक फंसे रहे।
सरकारी वादे: बार-बार की असफलताएँ
हर साल सरकार यह आश्वासन देती है कि इस बार मानसून में जलभराव नहीं होगा, लेकिन वास्तविकता इन वादों की सच्चाई को बार-बार उजागर करती है।
भौगोलिक चुनौतियाँ: समस्याओं का एक और कारण
गुरुग्राम की भौगोलिक स्थिति भी इसके समस्याओं का एक बड़ा कारण है। बारिश का पानी अरावली पहाड़ियों से शहर की ओर बहता है, जिससे सीवेज सिस्टम जाम हो जाता है।
पुरानी जल निकासी प्रणाली का नुकसान
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रिटिश काल में गुरुग्राम में कई तालाब, झीलें और जल निकासी चैनल थे, जो बारिश के पानी को अवशोषित करते थे। लेकिन शहरीकरण के बढ़ने के साथ ये सभी प्रणाली गायब हो गईं।