गुरुग्राम में दो लड़कियों की अनोखी प्रेम कहानी: परिवार के खिलाफ शादी
प्रेम की विविधता और सामाजिक चुनौतियाँ
प्रेम की परिभाषा हर व्यक्ति के लिए भिन्न होती है। यह विभिन्न रूपों में प्रकट होता है, जैसे माता-पिता, बच्चों, या धन के प्रति प्रेम। लेकिन जब बात एक लड़के और लड़की के बीच के प्रेम की आती है, तो यह सबसे अधिक ध्यान आकर्षित करता है। भारत में, कई परिवारों में लव मैरिज को स्वीकार नहीं किया जाता, और इसे सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए खतरा माना जाता है।
एक मध्यम वर्गीय परिवार के लिए लव मैरिज को स्वीकार करना कठिन होता है, और जब उनकी बेटी एक लड़की से प्यार करने लगे, तो स्थिति और भी जटिल हो जाती है। यह सुनकर माता-पिता को बड़ा झटका लग सकता है। आजकल, लड़कों का लड़कों से और लड़कियों का लड़कियों से प्यार होना सामान्य हो गया है, लेकिन भारतीय परिवारों में यह अभी भी एक बड़ा मुद्दा है।
गुरुग्राम की प्रेम कहानी
हरियाणा के गुरुग्राम और झज्जर जिले की दो लड़कियों की प्रेम कहानी इस विषय का एक उदाहरण है। 19 और 20 साल की इन लड़कियों ने सोहना स्थित एक मंदिर में शादी कर अपने परिवारों को चौंका दिया। दोनों ने पिछले 7 वर्षों से दोस्ती की थी, जो अब प्रेम में बदल गई। जब उन्होंने अपने परिवारों को अपने प्यार के बारे में बताया, तो उन्हें इसे भुलाने के लिए कहा गया।
इसके बाद, दोनों ने परिवार के खिलाफ जाकर मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों से शादी कर ली। पटौदी क्षेत्र की लड़की पत्नी बनी, जबकि झज्जर की लड़की पति के रूप में सामने आई। पटौदी की लड़की दस दिन पहले घर से लापता हो गई थी, जिसके बाद उसके पिता ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जब पुलिस ने उसे खोज निकाला, तो उसने अपनी दोस्त से शादी करने की बात बताई।
हेलिनमडी पुलिस चौकी के प्रभारी महेश कुमार ने बताया कि शनिवार को दोनों लड़कियों को पटौदी की एक स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत को बताया गया कि दोनों बालिग हैं और उन्होंने मंदिर में शादी कर ली है। परिवार वालों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने एक साथ रहने का निर्णय लिया और अपने परिवार के पास वापस नहीं जाना चाहतीं।
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