गुरुग्राम में झूठे बलात्कार केस का खुलासा: महिला और फरार आरोपी की साजिश
गुरुग्राम पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
गुरुग्राम पुलिस ने एक झूठे बलात्कार मामले की साजिश का पर्दाफाश किया है, जिसमें ब्लैकमेलिंग और पैसे की वसूली के लिए फर्जी आरोप लगाए गए थे। इस मामले की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि यह साजिश किस प्रकार रची गई थी।
साजिश का विवरण
गुरुग्राम में कानून का दुरुपयोग करते हुए एक गंभीर साजिश का खुलासा हुआ है। इस मामले में एक महिला, एक फरार आरोपी और एक सुनियोजित योजना शामिल है, जिसने पुलिस को भी चौंका दिया। पुलिस ने बताया कि एक महिला को बलात्कार के झूठे आरोप लगाने के लिए गिरफ्तार किया गया है। यह मामला एक अन्य शिकायतकर्ता के पति पर दबाव डालने और उससे पैसे वसूलने के उद्देश्य से रचा गया था।
झूठे आरोपों की योजना
पुलिस के अनुसार, इस साजिश को जितेंद्र उर्फ बिट्टू ने तैयार किया, जो फिलहाल जमानत पर है। उसने महिला के साथ मिलकर यह योजना बनाई, जबकि वह अब फरार है। गिरफ्तार की गई महिला पहले अपने लिव-इन पार्टनर पर बलात्कार का आरोप लगा चुकी है, जो अब जेल में है। महिला ने बिट्टू के संपर्क में आने के बाद झूठी शिकायत दर्ज करवाई।
महिला के गंभीर आरोप
महिला, जो मूल रूप से राजस्थान की है और वर्तमान में दिल्ली में रह रही है, ने डीएलएफ फेज-2 थाने में शिकायत दर्ज करवाई। उसने आरोप लगाया कि 15 नवंबर को एमजी रोड मेट्रो स्टेशन के पास नौकरी के इंटरव्यू के बहाने उसे फुसलाकर बलात्कार किया गया। महिला ने बताया कि एक व्यक्ति ने उसे कार में बैठाया और कहा कि यह दफ्तर की गाड़ी है।
सच्चाई का खुलासा
महिला के अनुसार, दोनों आरोपी फिर से कार में लौट आए और उनमें से एक ने उसके साथ बलात्कार किया। उसने यह भी कहा कि जब उसने विरोध किया, तो दोनों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। उसकी शिकायत के आधार पर संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस ने कॉल डिटेल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सबूतों का विश्लेषण किया, लेकिन महिला के आरोपों की पुष्टि नहीं हो पाई। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि बिट्टू ने महिला के साथ मिलकर पैसे वसूलने के लिए यह साजिश रची थी।
