गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस पर भव्य समारोह का आयोजन

दिल्ली में गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अवसर पर गुरु साहिब के जीवन और बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर का जीवन धार्मिक असहिष्णुता के खिलाफ खड़े होने का प्रतीक है। इस कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया, जिसमें कई गणमान्य लोग भी शामिल थे। जानें इस ऐतिहासिक आयोजन के बारे में और क्या कुछ खास हुआ।
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गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस पर भव्य समारोह का आयोजन

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का संबोधन

गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस पर भव्य समारोह का आयोजन

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता.

लाल किला परिसर में गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय भव्य समारोह का आयोजन रविवार को श्रद्धा और धार्मिक भावनाओं के साथ प्रारंभ हुआ। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर का जीवन अत्याचार और धार्मिक असहिष्णुता के खिलाफ खड़े होने का प्रतीक है। वे न केवल सिख धर्म के महान गुरु थे, बल्कि मानवता के रक्षक भी रहे हैं। उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा की। यह कार्यक्रम दिल्ली में पहली बार आयोजित किया जा रहा है, और इसे देखने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आ रहे हैं।


धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा

भारत की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा की

मुख्यमंत्री ने गुरु साहिब के चरणों में नमन करते हुए कहा कि गुरु तेग बहादुर का जीवन अन्याय और धार्मिक असहिष्णुता के खिलाफ साहस और त्याग का उदाहरण है। उन्होंने कहा कि नौवें गुरु ने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत की धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा की और मानवता को प्रेरणा दी। लाल किला, जो उनकी शहादत का गवाह है, पर इस स्मृति समारोह का आयोजन श्रद्धालुओं के लिए एक गहन अनुभव है।


सर्वोच्च बलिदान का स्मरण

मानवता के लिए सर्वोच्च बलिदान

मुख्यमंत्री ने गुरु तेग बहादुर साहिब जी के अनुयायियों भाई सती दास, भाई मती दास और भाई दियाला जी की शहादत को भी याद किया। उन्होंने कहा कि इन महापुरुषों ने सत्य, धर्म और मानवता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी बताया कि आज ही के दिन दसवें गुरु, श्री गुरु गोविंद सिंह जी का गुरुता गद्दी दिवस भी है, जिससे यह अवसर और भी महत्वपूर्ण बन गया है।


श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान

श्रद्धालुओं का रखा जा रहा ख्याल

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार इस आयोजन को भव्य बनाने के लिए सभी प्रयास कर रही है। दिल्ली सरकार और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी यह सुनिश्चित कर रही हैं कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने सभी सेवकों का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति

कपिल मिश्रा और मनजिंदर सिंह सिरसा भी पहुंचे

दिल्ली सरकार और गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा और सिख समाज के कई गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।