गुजरात में मतदाता सूची से नाम हटाने पर आम आदमी पार्टी की कड़ी प्रतिक्रिया
आम आदमी पार्टी का भाजपा पर आरोप
आम आदमी पार्टी (आप) के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने हाल ही में मतदाता सूचियों से 7,373,000 मतदाताओं के नाम हटाने के मुद्दे पर भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना की। गढ़वी ने कहा कि इस बड़े पैमाने पर नाम हटाने से यह स्पष्ट होता है कि भाजपा आगामी चुनावों में हार के डर से घबरा गई है।
मतदाता नाम हटाने का मुद्दा
गढ़वी ने एसआईआर मुद्दे पर बोलते हुए आरोप लगाया कि गुजरात में 7,373,000 मतदाताओं के नाम हटा दिए गए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, आम आदमी पार्टी ने 20,000 बूथ स्तरीय एजेंटों (बीएलए-2) की एक टीम बनाई है, जो प्रभावित नागरिकों की मदद करेगी।
भाजपा के कुशासन का असर
उन्होंने कहा कि भाजपा के 30 वर्षों के शासन का प्रभाव अब जनता पर स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। गढ़वी ने बताया कि इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम हटाने से यह संकेत मिलता है कि सत्ताधारी पार्टी अपनी स्थिति खो रही है। उन्होंने किसानों, बेरोजगार युवाओं, महिलाओं और मध्यम वर्ग में बढ़ते असंतोष का भी उल्लेख किया।
आम आदमी पार्टी का समर्थन
गढ़वी ने विश्वास जताया कि जनता अब आम आदमी पार्टी पर भरोसा करेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी प्रभावित व्यक्तियों की पहचान के लिए आंकड़ों का विस्तृत विश्लेषण करेगी। उन्होंने उन सभी से अपील की जिनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है, कि वे सीधे पार्टी से संपर्क करें। गढ़वी ने आश्वासन दिया कि 20,000 सदस्यों की टीम उनके नाम को पुनः बहाल करने में सहायता प्रदान करेगी।
