गुजरात में आतंकवादी साजिश का खुलासा, डॉक्टर ने बनाया रिसिन

गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वॉड ने एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश करते हुए तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक डॉक्टर है, जिसने चीन से MBBS की पढ़ाई की है और रिसिन जैसे घातक रासायनिक जहर की तैयारी कर रहा था। रिसिन एक अत्यधिक जहरीला पदार्थ है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केमिकल वेपन की श्रेणी में आता है। इस लेख में जानें रिसिन के बारे में, इसके खतरनाक प्रभाव और ATS की कार्रवाई के बारे में।
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गुजरात में आतंकवादी साजिश का खुलासा, डॉक्टर ने बनाया रिसिन

गुजरात एटीएस की कार्रवाई

गुजरात में आतंकवादी साजिश का खुलासा, डॉक्टर ने बनाया रिसिन

गुजरात एटीएस

गुजरात एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने एक महत्वपूर्ण आतंकवादी साजिश का पर्दाफाश करते हुए तीन संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया है। जांच में यह सामने आया है कि ये आरोपी रिसिन जैसे अत्यधिक घातक रासायनिक जहर की तैयारी में लगे थे। रिसिन एक ऐसा पदार्थ है जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर केमिकल वेपन की सबसे खतरनाक श्रेणी में रखा गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक का नाम अहमद मोहिउद्दीन सैयद है, जो चीन से MBBS की पढ़ाई कर चुका है। प्रारंभिक जांच में यह पता चला है कि सैयद ने अपने रासायनिक ज्ञान का दुरुपयोग करते हुए रिसिन बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी।


रिसिन क्या है?

क्या है रिसिन?

  • रिसिन अरंडी के बीज (Castor Beans) से निकाला जाने वाला बेहद जहरीला प्रोटीन है।
  • यह Chemical Weapons Convention (CWC) की Schedule-1 सूची में दर्ज है — यानी सबसे घातक रासायनिक हथियारों में शामिल।
  • सिर्फ 1.78 मिलीग्राम रिसिन किसी व्यक्ति की मौत के लिए पर्याप्त होता है।
  • यह सांस, इंजेक्शन या निगलने के जरिए शरीर में जाने पर 48 से 72 घंटे में घातक असर दिखाता है।
  • इसका कोई एंटीडोट या इलाज अब तक विकसित नहीं हुआ है।
  • अंतरराष्ट्रीय संस्था OPCW (Organisation for the Prohibition of Chemical Weapons) के अनुसार, यह पदार्थ गर्मी और पानी के संपर्क में आने पर कमजोर पड़ जाता है, इसलिए बड़े पैमाने पर फैलाना कठिन होता है।


अंतरराष्ट्रीय घटनाओं में रिसिन का उपयोग

अंतरराष्ट्रीय घटनाओं में रिसिन का इस्तेमाल

2013 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा को रिसिन मिले पत्र भेजे गए थे। 2020 में तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी रिसिन युक्त लिफाफा भेजा गया, जिसे मेल सॉर्टिंग के दौरान पकड़ लिया गया।


ATS की कार्रवाई और बरामदगी

ATS की कार्रवाई और बरामदगी

गुजरात ATS को आरोपियों के पास से रासायनिक उपकरण और रिसिन तैयार करने के लिए उपयोग किए गए केमिकल्स मिले हैं। जांच अधिकारियों का कहना है कि आरोपी रिसिन तैयार करने की प्रारंभिक रासायनिक प्रक्रिया तक पहुंच चुके थे। एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि रिसिन का इस्तेमाल कहां और कब किया जाना था और इसे बनाने में किसने आतंक के डॉक्टर की मदद की।