गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई

राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को 21 तोपों की सलामी दी गई। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत भी उपस्थित रहे। अहमदाबाद में एयर इंडिया के विमान दुर्घटना में विजय रूपाणी की मृत्यु ने राजनीतिक हलकों में शोक की लहर दौड़ा दी। उन्होंने 1987 में राजकोट नगर निगम में पार्षद के रूप में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।
राजनीतिक यात्रा और श्रद्धांजलि
साधारण शुरुआत से विजय रूपाणी ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिसमें राजकोट के मेयर, राज्यसभा सांसद, गुजरात भाजपा के अध्यक्ष, और अंततः 2016 में मुख्यमंत्री का पद शामिल है। अंतिम संस्कार से पहले, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कई लोग, विशेषकर महिलाएं, नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई देते हुए फूल बरसाए और हाथ जोड़े। उनकी अंतिम यात्रा उनके घर से अंतिम संस्कार स्थल तक छह किलोमीटर की दूरी तय करके पहुंची।
राजकीय शोक और विमान दुर्घटना
गुजरात सरकार ने रूपाणी की याद में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया है। उन्होंने भाजपा को 182 में से 156 सीटें जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे 1995 से राज्य में पार्टी की स्थिति मजबूत हुई। रूपाणी उन 242 लोगों में शामिल थे जो विमान AI171 में सवार थे, जो 12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए उड़ान भर रहा था। दुर्घटना के तीन दिन बाद डीएनए परीक्षण के माध्यम से उनके शव की पहचान की गई और उनके अवशेष परिवार को सौंप दिए गए। अंतिम संस्कार के लिए उनका शव अहमदाबाद से राजकोट ले जाया गया।