गिरिराज सिंह ने बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर विपक्ष की आलोचना की

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर विपक्ष की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग संविधान के अनुसार कार्य कर रहा है और विपक्ष को संविधान का ज्ञान होना चाहिए। इस बीच, कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने राज्यसभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए प्रस्ताव पेश किया है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और विपक्ष की प्रतिक्रिया।
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गिरिराज सिंह ने बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण पर विपक्ष की आलोचना की

केंद्रीय मंत्री का बयान

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर विपक्ष की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि भारत का चुनाव आयोग (ईसीआई) संविधान के अनुसार कार्य कर रहा है। पत्रकारों से बातचीत में, सिंह ने यह भी कहा कि विपक्ष को संविधान का ज्ञान होना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग बिहार में वही कर रहा है जो संविधान में निर्धारित है।




सिंह ने आगे कहा कि चुनाव आयोग राष्ट्रहित में कार्य कर रहा है।


विपक्ष की प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री ने दो सवाल उठाए: क्या मतदाता भारतीय नागरिक हैं? क्या वे असली हैं या नकली?... चुनाव आयोग देश के हित में काम कर रहा है। केंद्रीय मंत्री सतीश चंद्र दुबे ने भी विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष इसलिए विरोध कर रहा है क्योंकि उन्हें देश के मतदाताओं पर भरोसा नहीं है।




विपक्ष संसद के मौजूदा मानसून सत्र में इस मुद्दे को उठाने की कोशिश कर रहा है। आज, कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने बिहार में विधानसभा चुनावों से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर चर्चा के लिए राज्यसभा में प्रस्ताव पेश किया।


राज्यसभा में प्रस्ताव

नोटिस में कहा गया है कि सदन शून्यकाल और प्रश्नकाल से संबंधित नियमों को स्थगित कर चुनाव आयोग द्वारा बिहार में किए गए विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पर चर्चा करे। यह प्रक्रिया गरीबों और हाशिए पर पड़े लोगों को मताधिकार से वंचित कर सकती है, जो नागरिकों के मतदान के मौलिक अधिकार को कमजोर करती है।




इस बीच, राजद विधायक तेजस्वी यादव ने बिहार विधानसभा सत्र में एसआईआर प्रक्रिया पर चर्चा की मांग की।