गाजियाबाद में भारी बारिश के कारण स्कूलों की छुट्टी, सुरक्षा को प्राथमिकता
गाजियाबाद में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जिला प्रशासन ने नर्सरी से कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों को 3 सितंबर, 2025 तक बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। बारिश के कारण जलभराव और यातायात में रुकावटें आ रही हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने क्षेत्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
Sep 2, 2025, 18:17 IST
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गाजियाबाद में स्कूलों की बंदी की घोषणा
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने लगातार हो रही भारी बारिश और बिगड़ते मौसम की स्थिति को देखते हुए, नर्सरी से कक्षा 12 तक के सभी शैक्षणिक संस्थानों को मंगलवार, 3 सितंबर, 2025 तक बंद करने का निर्णय लिया है। यह कदम छात्रों, शिक्षकों और स्कूल स्टाफ की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, क्योंकि बारिश के कारण जलभराव और यातायात में रुकावटें जिले के दैनिक जीवन को प्रभावित कर रही हैं। जिला मजिस्ट्रेट रवींद्र मांदड़ के निर्देश पर यह आदेश जारी किया गया है और इसे बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) ओ.पी. यादव द्वारा लागू किया गया है। यह आदेश सभी प्रकार के स्कूलों और कॉलेजों पर लागू होता है, चाहे वे सरकारी, सहायता प्राप्त या निजी हों, जिनका संबंध सीबीएसई, आईसीएसई, राज्य बोर्ड और मदरसा बोर्ड से है।
मौसम की स्थिति और प्रशासन की सलाह
नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि गाजियाबाद में अत्यधिक बारिश के चलते छात्रों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए, 3 सितंबर, 2025 को सभी शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित की गई है। इस आदेश का पालन करना अनिवार्य है। बारिश ने गाजियाबाद में जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित किया है, जिससे लोगों का आवागमन कठिन हो गया है। सड़कों पर जलभराव और प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है, जिसके कारण प्रशासन ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे जब तक आवश्यक न हो, घर से बाहर न निकलें। इस बीच, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें लगातार भारी बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने की चेतावनी दी गई है। पहले से जारी येलो अलर्ट को बिगड़ते हालात के कारण अपग्रेड किया गया है।
यमुना नदी का जलस्तर और राहत कार्य
गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद जैसे क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण जलभराव और लंबी ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। वर्तमान में स्कूलों की बंदी का आदेश केवल गाजियाबाद के लिए है, लेकिन यदि मौसम में और बिगड़ती है, तो एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में भी इसी तरह की घोषणाएँ की जा सकती हैं। अधिकारियों ने सभी निवासियों को सतर्क रहने और आधिकारिक मौसम अपडेट पर ध्यान देने की सलाह दी है। इस बीच, यमुना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और यह खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर चुका है। इसके चलते निचली बस्तियों से परिवारों को राहत शिविरों में भेजा जा रहा है। हथिनी कुंड, वज़ीराबाद और ओखला बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण सुबह 8 बजे तक नदी का जलस्तर 205.80 मीटर तक पहुँच गया है। आशंका है कि शाम तक यह जलस्तर 206 मीटर तक पहुँच सकता है।