गांव में शासन की पहुंच: सफलता की कहानियां

सफलता की कहानी-1
यह प्रेरणादायक कहानी तनीषा जैन की है, जो ग्राम धर्मपुरा बाडापदमपुरा की निवासी हैं। तनीषा जन्म से सेरेबल पाल्सी नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं और 80 प्रतिशत शारीरिक रूप से दिव्यांग हैं। उनकी दिनचर्या पूरी तरह से व्हीलचेयर और परिवार की सहायता पर निर्भर है। तनीषा के पिता, जो जैन मंदिर पदमपुरा में दीपक बेचते हैं, आर्थिक रूप से कमजोर हैं। उनके माता-पिता ने 23 जून 2021 को राजस्थान सरकार की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लिए आवेदन किया था, जिसके तहत तनीषा को नियमित रूप से डीबीटी के माध्यम से लाभ मिल रहा था। हालांकि, तनीषा का भौतिक सत्यापन पिछले छह महीनों से नहीं हो पाया था। जब तनीषा के पिता को पण्डित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय सम्बल पखवाडा 2025 के आयोजन की जानकारी मिली, तो उन्होंने अपनी बेटी को व्हीलचेयर पर लाकर कैंप प्रभारी को अपनी समस्या बताई। कैंप प्रभारी के निर्देश पर तनीषा का भौतिक सत्यापन किया गया, जिससे उन्हें फिर से सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ मिलने लगा। तनीषा के परिवार ने राज्य सरकार का धन्यवाद किया।
सफलता की कहानी-2
राज्य सरकार के निर्देशानुसार, पण्डित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाडा 2025 के तहत 24 जून 2025 को ग्राम पंचायत सुल्तानिया में एक शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में परिवादी श्रीमती गलोल देवी, श्री छीतर देवंदा, श्रीमती प्रभू देवी, श्री शिवजीराम और श्री सीताराम देवंदा ने उपखण्ड अधिकारी फागी श्री राकेश कुमार के समक्ष खाता विभाजन के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि खाता विभाजन न होने के कारण उनके बीच मन-मुटाव और झगड़े होते रहते थे। उपखण्ड अधिकारी ने तहसीलदार को खाता विभाजन के निर्देश दिए, जिसके बाद सभी खातेदारों से सहमति पत्र प्राप्त कर खाता विभाजन किया गया। सभी खातेदारों ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
सफलता की कहानी-3
पण्डित दीनदयाल उपाध्याय अन्त्योदय संबल पखवाडा 2025 के तहत 24 जून 2025 को ग्राम पंचायत चकवाडा में एक शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में स्थानीय लोगों ने उपखण्ड अधिकारी श्री राकेश कुमार के समक्ष खाता संख्या 590 और 2185 के रास्ते से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। उपखण्ड अधिकारी ने तहसीलदार को कार्यवाही के निर्देश दिए। मौके पर तहसीलदार, भू.अ.नि.चैरु, पटवारी और ग्राम विकास अधिकारी ने निरीक्षण किया। अस्थायी अतिक्रमण को हटाने के लिए जेसीबी मशीन का उपयोग किया गया, जिससे जल भराव की समस्या का समाधान हुआ। ग्रामीणों ने प्रशासन की सराहना की और शिविर आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।