गणेश चतुर्थी पर लड्डू की नीलामी ने बनाया नया रिकॉर्ड, कीमत ₹1.87 करोड़

गणेश चतुर्थी पर लड्डू की अनोखी नीलामी
गणपति: हर साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर आयोजित होने वाली एक विशेष नीलामी ने इस बार एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। गणपति को चढ़ाए गए एक विशेष लड्डू की बोली ₹1.87 करोड़ तक पहुंच गई। इस नीलामी का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व है, जो भक्तों की गहरी श्रद्धा को दर्शाता है। यह परंपरा न केवल आस्था को उजागर करती है, बल्कि धार्मिक अनुष्ठानों की मौलिकता को भी रेखांकित करती है।
गणेश चतुर्थी पर लड्डू की कीमत में वृद्धि

कीर्ति रिचमंड विला के लड्डू ने गणेश चतुर्थी के दौरान लगातार नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। 2019 में इसकी कीमत ₹18.75 लाख से शुरू होकर, हर साल यह बढ़ती गई। 2020 में यह ₹27.3 लाख, 2021 में ₹41 लाख, 2022 में ₹60 लाख, और 2023 में ₹1.26 करोड़ में बिका। इस वर्ष, यह लड्डू ₹1.87 करोड़ में बिका, जो धार्मिक आस्था और उत्सव के प्रति गहरी श्रद्धा को दर्शाता है।
नीलामी में भाग लेने वाले लोग

कीर्ति रिचमंड विला के मैनेजिंग ट्रस्टी अभय देशपांडे ने बताया कि इस लड्डू की नीलामी में लोगों का उत्साह अद्वितीय होता है। उन्होंने कहा, "100 से अधिक विला मालिक विभिन्न धार्मिक पृष्ठभूमियों से इस नीलामी में भाग लेते हैं, जिसमें 400 से अधिक बोलियां लगाई जाती हैं। यह नीलामी हर साल गणेश चतुर्थी के दौरान चैरिटी के उद्देश्य से आयोजित की जाती है, जिससे गरीबों और जरूरतमंदों की मदद की जा सके।" इस परंपरा के माध्यम से धार्मिक उत्सव के साथ-साथ समाज के उत्थान में भी योगदान दिया जाता है।
नीलामी से जुटाए गए धन का उपयोग

इस नीलामी से प्राप्त धन का उपयोग 42 से अधिक एनजीओ, वंचित स्कूली बच्चों और जरूरतमंदों की सहायता में किया जाता है। अभय देशपांडे ने कहा, "आर.वी. दीया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा सभी कार्य पूरी तरह से स्वयंसेवकों द्वारा किए जाते हैं, बिना किसी प्रशासनिक खर्च के। जुटाया गया धन सीधे उन लोगों की मदद करता है जिनकी हम सेवा करते हैं, और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।" इस नीलामी के माध्यम से समाज में व्यावहारिक और प्रभावी योगदान की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास किए जाते हैं।