गढ़चिरौली में नक्सलवाद का अंत, सरकार ने उठाए ठोस कदम

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलवाद के प्रभाव को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार ने ठोस कदम उठाने का दावा किया है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि नक्सलियों का समर्थन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। हाल ही में एक प्रमुख माओवादी कमांडर की गिरफ्तारी ने नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता को उजागर किया है। जानें इस संदर्भ में और क्या कदम उठाए जा रहे हैं और सरकार का क्या लक्ष्य है।
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गढ़चिरौली में नक्सलवाद का अंत, सरकार ने उठाए ठोस कदम

नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलवाद लगभग समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, ऐसा दावा राज्य के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार नक्सलियों का समर्थन करने वालों के खिलाफ कठोर कदम उठाएगी। शिंदे ने मीडिया से बातचीत में कहा कि गढ़चिरौली में नक्सलवाद का प्रभाव लगभग खत्म हो चुका है। गृह मंत्री ने 2026 तक नक्सलवाद को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है, और हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।


नक्सलवाद के खिलाफ कार्रवाई का संकल्प

एकनाथ शिंदे ने कहा कि नक्सलवाद का समर्थन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि हम महाराष्ट्र में नक्सलवाद का समापन करेंगे। जहां पहले नक्सलवाद का प्रभाव था, वहां अब विकास की गतिविधियाँ चल रही हैं, और नक्सलवाद को समाप्त करके हम विकास को आगे बढ़ा रहे हैं। हाल ही में, गढ़चिरौली पुलिस ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सहयोग से 27 जून को एक संयुक्त अभियान में एक प्रमुख माओवादी कमांडर को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति, अंकल उर्फ मन्नू सुलगे पल्लो पर महाराष्ट्र सरकार द्वारा 6 लाख रुपये का इनाम रखा गया था।


गिरफ्तारी से नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता

इस गिरफ्तारी के साथ, जनवरी 2022 से गढ़चिरौली पुलिस द्वारा पकड़े गए माओवादियों की कुल संख्या 104 हो गई है, जो इस क्षेत्र में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता को दर्शाता है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पहले कहा था कि नक्सलवाद गरीब आदिवासी क्षेत्रों के लिए एक गंभीर समस्या रही है, जिसके कारण पिछले 35 वर्षों में लगभग 40,000 लोगों की जानें गई हैं और कई लोग विकलांग हो गए हैं।