खेसारी लाल यादव ने RJD में शामिल होकर राजनीति में कदम रखा

खेसारी लाल यादव का RJD में शामिल होना

भोजपुरी फिल्मों के मशहूर अभिनेता खेसारी लाल यादव
भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने अभिनेता खेसारी लाल यादव ने गुरुवार को राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में शामिल होने की घोषणा की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खेसारी और उनकी पत्नी चंदा देवी को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इससे पहले यह जानकारी मिली थी कि खेसारी चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं, और वह छपरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
गुरुवार शाम को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने खेसारी को पार्टी में शामिल किया। इस अवसर पर खेसारी ने कहा कि उन्हें बड़े भाई का आशीर्वाद मिला है और वह हमेशा से इस परिवार का हिस्सा रहे हैं। उनका उद्देश्य है कि वे अपनी शक्ति और विचारधारा से समाज में सकारात्मक बदलाव लाएं।
सरकार में बदलाव की आवश्यकता पर जोर
खेसारी ने कहा कि उनका प्रयास है कि जैसे वह मुंबई में अपने बच्चों की अच्छी परवरिश कर रहे हैं, उसी तरह बिहार के बच्चों का भविष्य भी उज्ज्वल हो। उन्होंने कहा कि बिहार के बच्चों को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। तेजस्वी यादव की विचारधारा में वह विश्वास रखते हैं और मानते हैं कि एक बार सरकार में बदलाव की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि वह बेहतर सरकार के लिए योगदान देना चाहते हैं। खेसारी ने कहा कि वह हमेशा इस परिवार का हिस्सा रहे हैं और उन्हें चाचा, राबड़ी देवी और अन्य का आशीर्वाद मिला है। उनका मानना है कि बिहार में बदलाव की आवश्यकता है।
चुनाव लड़ने की बात पर खेसारी का बयान
इस मौके पर खेसारी ने कहा कि उनकी पत्नी को वह उतना ही समझते हैं जितना वह उन्हें। चुनाव लड़ने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि चाहे उनकी पत्नी चुनाव लड़ें या वह, बात एक ही है।
बिहार के विकास के लिए नई सोच की आवश्यकता
तेजस्वी यादव ने कहा कि उनका लक्ष्य बिहार को एक नई सोच के साथ विकसित करना है। उन्हें उम्मीद है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के क्षेत्र में सुधार होगा। उन्होंने कहा कि बेरोजगारी को समाप्त करने के लिए कारखाने और उद्योग स्थापित करने की आवश्यकता है।
संकल्प और वादे पर तेजस्वी का जोर
तेजस्वी ने कहा कि उनका एक ही सपना है और उन्होंने लोगों से वादा किया है कि वे अपने संकल्प को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि उम्र भले ही कम हो, लेकिन उनकी बातों में पक्कापन है। वे 14 नवंबर के बाद कानून बनाने का वादा कर रहे हैं और हर परिवार को एक सरकारी नौकरी देने का संकल्प लिया है।