खतरनाक मांस खाने वाले वायरस ने ली एक युवक की जान

एक 20 वर्षीय युवक ल्यूक एब्राहम्स की कहानी एक गंभीर चिकित्सा गलती का उदाहरण है। गले में हल्की खराश को अनदेखा करने के कारण वह एक खतरनाक Lemierre syndrome का शिकार हो गया, जिसने उसकी जान ले ली। जानें इस बीमारी के लक्षण और इसके खतरनाक प्रभावों के बारे में।
 | 
खतरनाक मांस खाने वाले वायरस ने ली एक युवक की जान

एक युवक की दर्दनाक कहानी

गले में हल्की खराश थी, डॉक्टर ने भी अनदेखा किया, 3 दिनों में लड़का 'मांस खाने वाले वायरस' का शिकार हो गया!


कहते हैं कि इंसान का शरीर और दिमाग दोनों ही जटिल होते हैं। कभी-कभी, शरीर में ऐसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जिनका पता डॉक्टर भी समय पर नहीं लगा पाते। ऐसा ही एक मामला इंग्लैंड के 20 वर्षीय ल्यूक एब्राहम्स के साथ हुआ, जिसकी कहानी हमें छोटी समस्याओं को गंभीरता से लेने की सीख देती है।


ल्यूक एब्राहम्स रेलवे में इंजीनियर के रूप में कार्यरत था और फुटबॉल का अच्छा खिलाड़ी भी था। उसकी आकांक्षाएं बहुत बड़ी थीं, लेकिन एक चिकित्सा गलती के कारण उसकी जान चली गई। डॉक्टरों ने उसके गले में खराश और अन्य लक्षणों को मामूली समझा, जबकि अंदर एक खतरनाक वायरस उसकी जान ले रहा था।


ल्यूक को पिछले महीने से गले में खराश की समस्या थी। जब उसने डॉक्टर से संपर्क किया, तो उन्हें ने कुछ एंटीबायोटिक्स दिए। लेकिन दवा का कोई असर नहीं हुआ और उसके पैरों में दर्द बढ़ने लगा। जब स्थिति गंभीर हो गई, तो उसके माता-पिता उसे नॉर्थम्पटन जनरल अस्पताल ले गए, जहां ऑपरेशन के दौरान 23 जनवरी को उसकी मृत्यु हो गई।


डॉक्टरों ने जिसे सामान्य टॉन्सिल समझा, वह वास्तव में Lemierre syndrome था, जिसने ल्यूक की जान ले ली। यह एक बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण है, जो गले के माध्यम से रक्त और नसों को प्रभावित करता है। जब यह बढ़ता है, तो रक्त के थक्के जमने लगते हैं और शरीर के अंग जैसे लिवर और किडनी फेल होने लगते हैं। इस बीमारी का पता लक्षणों के आधार पर ब्लड टेस्ट से लगाया जा सकता है।