क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी: ठगी से बचने के उपाय

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जहां ठग लोगों को धोखा देने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग कर रहे हैं। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि ठग किस प्रकार से धोखाधड़ी करते हैं और आप कैसे अपनी जानकारी की सुरक्षा कर सकते हैं। जानें कि संदिग्ध कॉल पर कैसे प्रतिक्रिया दें और अपने क्रेडिट कार्ड का सुरक्षित उपयोग कैसे करें।
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क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी: ठगी से बचने के उपाय

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं

क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी: यदि आपके फोन पर किसी बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी के नाम से कॉल आती है, जिसमें कार्ड बंद करने या रिवॉर्ड पॉइंट्स का लाभ उठाने की बात की जाती है, तो सतर्क रहें.


यह कोई वास्तविक ऑफर नहीं है, बल्कि आपको धोखा देने की योजना हो सकती है. देश में क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जहां ठग आधिकारिक नंबरों से कॉल करके लोगों का विश्वास जीतते हैं और उनकी संवेदनशील जानकारी चुराते हैं.


क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के बहाने ठगी करने वाले तीन आरोपियों को क्राइम ब्रांच सेंट्रल की टीम ने गिरफ्तार किया है. ऐसे में यह जानना आवश्यक है कि जालसाज इस प्रकार की धोखाधड़ी कैसे करते हैं.


धोखाधड़ी के तरीके

कैसे होती है ठगी?


ठग आपको फोन करके खुद को आपके बैंक का प्रतिनिधि बताते हैं. वे आपको बताते हैं कि आपके कार्ड पर संदिग्ध लेनदेन हो रहा है, कार्ड बंद हो रहा है या रिवॉर्ड पॉइंट्स समाप्त हो रहे हैं, जिससे आप डर जाते हैं. इसके बाद, समस्या को हल करने के बहाने वे आपसे कार्ड नंबर, CVV, एक्सपायरी डेट और सबसे महत्वपूर्ण, OTP मांगते हैं.


फेक नंबर: कई बार ठग आपको किसी आधिकारिक नंबर पर कॉल करने के लिए कहते हैं (जैसे 1800-xxx-xxx), जो वास्तव में उनके सहयोगियों के पास होता है, जिससे वे आपकी जानकारी हासिल कर लेते हैं. इसे वॉयस फिशिंग कहा जाता है.


फिशिंग: कुछ ठग रेस्तरां, पेट्रोल पंप या एटीएम मशीनों पर छोटे स्किमिंग डिवाइस लगाते हैं. जब आप कार्ड स्वाइप करते हैं, तो यह डिवाइस आपके कार्ड का डेटा चुरा लेती है, जिसका उपयोग नकली कार्ड बनाने में किया जाता है.


ऑनलाइन फिशिंग लिंक: आपको ईमेल या एसएमएस के माध्यम से एक लिंक भेजा जाता है, जो आपके बैंक की वेबसाइट जैसा दिखता है. उस नकली वेबसाइट पर लॉगिन करने पर आपका यूजरनेम, पासवर्ड और कार्ड की जानकारी ठगों के पास पहुंच जाती है.


धोखाधड़ी से बचने के उपाय

खुद को कैसे बचाएं?



  • बैंक या कार्ड कंपनी कभी भी फोन पर आपका पासवर्ड, CVV नंबर या OTP नहीं मांगती. OTP आपके लेनदेन की सुरक्षा के लिए है, इसे किसी के साथ साझा न करें.

  • यदि कोई संदिग्ध कॉल आए, तो तुरंत प्रतिक्रिया न दें. इसके बजाय, बैंक के आधिकारिक कस्टमर केयर नंबर पर कॉल करके पुष्टि करें.

  • किसी भी अनजान लिंक या अटैचमेंट पर क्लिक न करें.

  • अपने क्रेडिट कार्ड और बैंक खाते की गतिविधियों पर नियमित रूप से नजर रखें. किसी भी अजीब लेनदेन की सूचना तुरंत बैंक को दें.

  • अपने कार्ड पर लेनदेन की सीमा (Transaction Limit) सेट करें.