क्रेडिट कार्ड के न्यूनतम भुगतान से बचें: जानें इसके खतरनाक प्रभाव
क्रेडिट कार्ड का न्यूनतम भुगतान
क्रेडिट कार्ड का ‘न्यूनतम भुगतान’
क्रेडिट कार्ड का न्यूनतम भुगतान: आजकल क्रेडिट कार्ड हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। यह सुविधा हमें आपातकाल में सहारा देती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह सहूलियत आपको वित्तीय संकट में भी डाल सकती है? हम यहाँ क्रेडिट कार्ड के बिल पर दिए गए 'न्यूनतम भुगतान' विकल्प की बात कर रहे हैं। यह नाम जितना साधारण है, इसका प्रभाव उतना ही जटिल और खतरनाक हो सकता है।
न्यूनतम भुगतान का सच
जब महीने के अंत में क्रेडिट कार्ड का बिल आता है और आपके पास पैसे कम होते हैं, तो बिल में दी गई छोटी राशि राहत देती है। क्रेडिट कार्ड कंपनियाँ ग्राहकों को यह विकल्प देती हैं कि वे कुल बकाया का एक छोटा हिस्सा चुकाएं, जो आमतौर पर 5% से 15% तक होता है। लोग सोचते हैं कि इससे लेट फीस से बचेंगे और उनका क्रेडिट कार्ड चालू रहेगा। यह शुरुआत में राहत देती है, लेकिन असली खतरा यहीं से शुरू होता है।
यह विकल्प आपको तात्कालिक राहत देता है, लेकिन यह एक जाल है। जैसे ही आप केवल न्यूनतम भुगतान करते हैं, आपकी बकाया राशि पर भारी ब्याज लगना शुरू हो जाता है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि यह ब्याज दर सालाना 36% से 40% तक हो सकती है। इसका मतलब है कि यदि आप क्रेडिट कार्ड से ₹100 खर्च करते हैं और समय पर भुगतान नहीं करते हैं, तो एक साल में आपको ₹36 से ₹40 तक का ब्याज चुकाना पड़ सकता है। इसे 'कंगाल करने वाला ब्याज' कहना गलत नहीं होगा।
जब ब्याज बन जाता है फंदा
न्यूनतम भुगतान की सबसे खतरनाक बात यह है कि आप जो भी राशि चुकाते हैं, उसका बड़ा हिस्सा केवल ब्याज में चला जाता है। कर्ज़ की मूल राशि जस की तस बनी रहती है या बहुत धीमी गति से कम होती है। सालों तक आप हर महीने 'न्यूनतम भुगतान' करते रहते हैं, यह सोचकर कि आप कर्ज़ चुका रहे हैं, लेकिन वास्तव में आप बस चक्रवृद्धि ब्याज के बोझ को झेल रहे होते हैं। आपका कर्ज़ वर्षों तक चलता रहता है, और अंततः आप मूल राशि से कहीं ज़्यादा पैसा केवल ब्याज के तौर पर बैंक को दे चुके होते हैं। यह स्थिति एक वित्तीय भंवर की तरह होती है जिसमें आप जितना प्रयास करते हैं, उतना ही अंदर धंसते जाते हैं।
क्रेडिट स्कोर पर प्रभाव
केवल ब्याज का बोझ ही नहीं, 'न्यूनतम भुगतान' करने का एक और गंभीर परिणाम आपके वित्तीय भविष्य पर पड़ता है। जब आप अपनी बकाया राशि का बड़ा हिस्सा नहीं चुकाते, तो क्रेडिट कार्ड यूटिलाइजेशन रेश्यो तेजी से बढ़ जाता है। यह रेश्यो बताता है कि आप अपनी उपलब्ध क्रेडिट लिमिट का कितना उपयोग कर रहे हैं। वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, इस रेश्यो को 30% से नीचे रखना आपके क्रेडिट स्कोर के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। लेकिन बार-बार न्यूनतम भुगतान करने से यह रेश्यो बढ़ जाता है, जिसका सीधा और नकारात्मक असर आपके क्रेडिट स्कोर पर पड़ता है। एक कमजोर क्रेडिट स्कोर आपकी भविष्य की ज़रूरतों को पूरा करने में बड़ी बाधा बन सकता है।
बचने का उपाय
इस वित्तीय जाल से बचने का सही तरीका क्या है? इसका उत्तर सीधा है: क्रेडिट कार्ड बिल का पूरा भुगतान समय पर करें। यदि किसी महीने पूरा भुगतान करना संभव नहीं है, तो न्यूनतम राशि से अधिक भुगतान करने की कोशिश करें। आपका लक्ष्य यह होना चाहिए कि आप कर्ज़ की मूल राशि को कम करें, न कि केवल लेट फीस से बचें। क्रेडिट कार्ड का उपयोग एक सुविधा के रूप में करें, कर्ज़ के साधन के रूप में नहीं। अपनी मासिक आय और खर्चों का सही हिसाब रखें। वित्तीय अनुशासन बनाए रखना ही एकमात्र रास्ता है जिससे आप क्रेडिट कार्ड के न्यूनतम भुगतान जैसे मीठे ज़हर से बच सकते हैं.
