क्रिसमस 2025: दुनिया भर में उत्सव का माहौल, जानें ईसाई आबादी के आंकड़े

क्रिसमस 2025 का पर्व आज पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह त्योहार ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए विशेष महत्व रखता है, जिसमें प्रभु यीशु मसीह के जन्म का जश्न मनाया जाता है। अमेरिका, ब्राजील और मेक्सिको जैसे देशों में ईसाई आबादी की संख्या सबसे अधिक है। भारत में भी, विशेषकर उत्तर-पूर्वी राज्यों में, क्रिसमस का पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। जानें इस पर्व के पीछे का संदेश और भारत में इसकी रौनक।
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क्रिसमस 2025: दुनिया भर में उत्सव का माहौल, जानें ईसाई आबादी के आंकड़े

क्रिसमस 2025 का जश्न

क्रिसमस 2025: दुनिया भर में उत्सव का माहौल, जानें ईसाई आबादी के आंकड़े

क्रिसमस 2025Image Credit source: AI


क्रिसमस 2025 की शुभकामनाएं: आज पूरी दुनिया में क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला यह पर्व ईसाई धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें प्रभु यीशु मसीह के जन्म का जश्न मनाया जाता है। इस दिन चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं, मध्यरात्रि मास, कैरोल गाने और सजावट के साथ उत्सव का माहौल बना रहता है।


क्रिसमस अब केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं रह गया है, बल्कि यह प्रेम, शांति, भाईचारे और मानवता का प्रतीक बन चुका है। अमेरिका से लेकर यूरोप, अफ्रीका और एशिया तक, हर जगह इसकी छटा देखने को मिलती है। आइए जानते हैं कि ईसाई धर्म के अनुयायियों की सबसे बड़ी संख्या किस देश में है और भारत में कितने लोग इस पवित्र पर्व को मनाते हैं।


किस देश में है सबसे अधिक ईसाई आबादी?

  • 2025 के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में सबसे अधिक ईसाई आबादी वाला देश अमेरिका है।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका: यहां ईसाइयों की संख्या लगभग 21.9 करोड़ से 23 करोड़ के बीच है।
  • ब्राजील: यह दूसरा सबसे बड़ा ईसाई आबादी वाला देश है, जहां लगभग 16.9 करोड़ से 18.5 करोड़ ईसाई निवास करते हैं।
  • मेक्सिको: यहां ईसाइयों की संख्या लगभग 11.8 करोड़ से 12 करोड़ है, जो इसे तीसरे स्थान पर रखता है।


भारत में ईसाई आबादी

2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में ईसाइयों की संख्या लगभग 2.78 करोड़ (2.3%) थी। हालाँकि, 2025 के ताजा अनुमानों के अनुसार, यह संख्या बढ़कर 3.3 करोड़ से 3.4 करोड़ के बीच बताई जाती है। भारत में ईसाई आबादी मुख्य रूप से केरल, गोवा, तमिलनाडु, नागालैंड, मिजोरम, मेघालय और मणिपुर जैसे राज्यों में अधिक है। विशेष रूप से उत्तर-पूर्वी राज्यों में ईसाई समुदाय बहुसंख्यक है और वहां क्रिसमस बड़े पारंपरिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाया जाता है।


भारत में क्रिसमस का उत्सव

भारत के प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और बेंगलुरु में क्रिसमस का खास उत्सव देखने को मिलता है। चर्चों को रोशनी और फूलों से सजाया जाता है, बाजारों में क्रिसमस ट्री, सांता क्लॉज, केक और सजावटी सामान की भरपूर खरीदारी होती है। स्कूलों और चर्चों में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें प्रभु यीशु के जीवन और उनके संदेशों को दर्शाया जाता है।


क्रिसमस का संदेश

इसलिए, क्रिसमस केवल एक उत्सव का दिन नहीं है, बल्कि यह त्याग, प्रेम, करुणा और मानवता की भावना को मजबूत करने का पर्व है। प्रभु यीशु मसीह के उपदेश आज भी लोगों को एक-दूसरे के प्रति प्रेम और सहानुभूति रखने की प्रेरणा देते हैं। जब दुनिया आज क्रिसमस मना रही है, तब यह पर्व सभी धर्मों और समुदायों के बीच सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है, यही इसकी सबसे बड़ी खूबसूरती है।