क्रिकेटर विक्रम सिंह की ट्रेन में दर्दनाक मौत: मेडिकल इमरजेंसी पर सवाल

हाल ही में एक विकलांग क्रिकेटर विक्रम सिंह की ट्रेन में दर्दनाक मौत ने सभी को चौंका दिया। दिल्ली से ग्वालियर जा रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में यात्रा करते समय उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्होंने इमरजेंसी नंबर पर मदद के लिए कई बार कॉल किया, लेकिन कोई सहायता नहीं मिली। इस घटना ने भारतीय रेलवे की मेडिकल इमरजेंसी सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानें इस दुखद घटना के बारे में विस्तार से।
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क्रिकेटर विक्रम सिंह की ट्रेन में दर्दनाक मौत: मेडिकल इमरजेंसी पर सवाल

क्रिकेट: ट्रेन में विक्रम सिंह की दुखद घटना

क्रिकेट: क्रिकेट के मैदान पर कई बार दर्दनाक घटनाएं होती हैं, लेकिन कभी-कभी ये घटनाएं मैदान के बाहर भी घटित होती हैं। हाल ही में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक क्रिकेटर की जान एक चलती ट्रेन में चली गई।

ट्रेन में विक्रम सिंह के साथ हुआ हादसा

एक विकलांग क्रिकेटर के साथ एक दुखद घटना घटी है। दिल्ली से ग्वालियर जा रही छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में यात्रा करते समय इस क्रिकेटर की तबीयत अचानक बिगड़ गई। ट्रेन अपनी गति से चल रही थी, और विक्रम सिंह ने तड़पते हुए अपनी जान गंवा दी।

सीने में दर्द के चलते क्रिकेटर की मृत्यु

यह घटना 36 वर्षीय विक्रम सिंह के साथ हुई, जो दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में सवार हुए थे। अचानक उन्हें सीने में तेज दर्द महसूस हुआ। उन्होंने मदद के लिए बार-बार इमरजेंसी नंबर पर कॉल किया, लेकिन मथुरा पहुंचने से पहले कोई मदद नहीं आई और उनकी जान चली गई।

दिल्ली-ग्वालियर ट्रेन में विक्रम सिंह का सफर

इस घटना के बाद भारतीय रेलवे की मेडिकल इमरजेंसी सेवाओं पर सवाल उठने लगे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, विक्रम ने सुबह करीब 4:58 बजे पहला इमरजेंसी कॉल किया था। हालांकि, लगातार कॉल करने के बावजूद भी कोई मदद नहीं पहुंची। ट्रेन मथुरा में सुबह 8:10 बजे पहुंची, लेकिन तब तक विक्रम सिंह की मृत्यु हो चुकी थी। उनके साथी खिलाड़ियों ने कहा, 'वह हमारी आंखों के सामने दर्द से कराह रहे थे। हम मदद के लिए लगातार फोन करते रहे, लेकिन कोई नहीं आया।'