क्रिकेट जगत में शोक की लहर, दिग्गज खिलाड़ी रॉबर्ट एंडरसन का निधन

क्रिकेट की दुनिया ने एक महान खिलाड़ी को खो दिया है। न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज रॉबर्ट एंडरसन का निधन कैंसर के कारण हुआ। उनका अंतरराष्ट्रीय करियर भले ही छोटा रहा, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उन्होंने असाधारण प्रदर्शन किया। उनके निधन पर क्रिकेट प्रेमियों ने गहरा दुख व्यक्त किया है। जानें उनके जीवन, करियर और परिवार के क्रिकेट में योगदान के बारे में इस लेख में।
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क्रिकेट जगत में शोक की लहर, दिग्गज खिलाड़ी रॉबर्ट एंडरसन का निधन

क्रिकेट की दुनिया में एक दुखद घटना

क्रिकेट जगत में शोक की लहर, दिग्गज खिलाड़ी रॉबर्ट एंडरसन का निधन

रॉबर्ट एंडरसन: क्रिकेट की दुनिया में एक बड़ी और दुखद घटना घटी है। न्यूजीलैंड के पूर्व बल्लेबाज रॉबर्ट “जम्बो” एंडरसन का निधन हो गया है। उनका जन्म 2 अक्टूबर 1948 को हुआ था और उन्होंने 1 जून 2025 को 76 वर्ष की आयु में क्राइस्टचर्च में अंतिम सांस ली।


कैंसर से लंबी लड़ाई

रॉबर्ट एंडरसन लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे, और उनका निधन क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा सदमा है। न्यूजीलैंड क्रिकेट समुदाय और विश्वभर के क्रिकेट प्रशंसकों ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।


अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत

अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत और संघर्ष

क्रिकेट जगत में शोक की लहर, दिग्गज खिलाड़ी रॉबर्ट एंडरसन का निधनएंडरसन ने 1976-77 में पाकिस्तान दौरे के दौरान न्यूजीलैंड के लिए अपना अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू किया। उन्होंने अपने डेब्यू मैच में 92 रन बनाकर शानदार शुरुआत की, जो उनके टेस्ट करियर का सर्वोच्च स्कोर भी बना। हालांकि, इसके बाद वह टीम में अपनी जगह पक्की नहीं कर पाए।


घरेलू क्रिकेट में सफलता

घरेलू क्रिकेट में धाक

हालांकि रॉबर्ट एंडरसन का टेस्ट करियर छोटा रहा, लेकिन घरेलू क्रिकेट में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने कई टीमों का प्रतिनिधित्व किया और अपनी बल्लेबाजी से पहचान बनाई।


परिवार का क्रिकेट में योगदान

परिवार और क्रिकेट का गहरा रिश्ता

एंडरसन का क्रिकेट सफर उनके परिवार की विरासत का हिस्सा था। उनके पिता ने भी न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट मैच खेला था, और उनके बेटे ने भी क्रिकेट में योगदान दिया।


अंतिम यात्रा

अंतिम यात्रा और श्रद्धांजलि

एंडरसन ने 1 जून 2025 को अपने परिवार के बीच अंतिम सांस ली। उनकी अंतिम यात्रा 7 जून 2025 को क्राइस्टचर्च में हुई, जहां उनके परिवार, मित्र और क्रिकेट समुदाय ने उन्हें विदाई दी।